इमरान को आखिकार पाकिस्तानी जनता की आई याद, इस वजह से खुद के मंत्रियों पर भड़के

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पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की अर्थी उठ चुकी थी कि इमरान खान को अब इसके जनाज़े को कन्धा देने के वक़्त इसकी याद आई है. आपको बता दें कि पाकिस्तान में महंगाई ने भी लोगों का जीना दूभर कर दिया है. जनवरी में महंगाई ने बीते 12 साल का रिकार्ड तोड़ दिया जब इसकी दर बढ़कर 14.6 फीसदी हो गई. आखिरकार महंगाई को लेकर इमरान खान ने अब जवाब दिया है.

आपको बता दें कि देर से भले ही लेकिन पीएम को जनता की याद आ ही गई. इसके बाद इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि आम लोग और वेतनभोगी वर्ग कठिनाई का सामना कर रहे हैं और किस तरह से इन लोगों के इस्तेमाल किए जाने वाले सामानों के बढ़ते दामों पर रोक लगाई जाए, इसे सुनिश्चित किया जाएगा.

पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि सरकार जरूरी खाद्य सामग्रियों की कीमतों को कम करने को लेकर कैबिनेट द्वारा किए गए विभिन्न उपायों की घोषणा करेगी. इमरान ने यह भी कहा कि इस मामले में जो भी जिम्मेदार पाए जाएंगे उनसे जवाब मांगा जाएगा और उनको दंडित भी किया जाएगा.

पिछले दिनों आई पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (पीबीएस) की एक रिपोर्ट में बताया गया कि दिसंबर 2019 में महंगाई की दर 12.6 फीसदी थी. पीबीएस के आंकड़े से स्पष्ट हुआ है खाने की चीजों के दाम में बेतहाशा वृद्धि के कारण महंगाई और बढ़ी है.

खासकर, गेहूं आटा, दालें, चीनी, गुड़ और खाद्य तेल के दाम में बढ़ोतरी ने महंगाई के ग्राफ को और ऊपर कर दिया है. रोजमर्रा के खाने-पीने की चीजें, विशेषकर फल और सब्जियां शहरों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में अधिक महंगी हैं.

वहीं पीबीएस ने यह भी बताया कि बीते एक साल में देश में टमाटर 158 फीसदी, प्याज 125 फीसदी, ताजा सब्जियां 93 फीसदी, आलू 87 फीसदी, चीनी 86 फीसदी और आटा 24 फीसदी महंगा हुआ है. महंगाई की इतनी ऊंची दर पाकिस्तान में इससे पहले 2007-08 के साल में दर्ज की गई थी जब यह 17 फीसदी तक जा पहुंची थी.

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