कराची॥ पाकिस्तान में 14 महीने पुरानी इमरान सरकार पर संकट के बादल गहराने लगे है और उसकी उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। पाकिस्तान में तख्ता पलट हो सकता है और आज का जुमा इमरान के लिए बुरी खबर ले कर आ सकता है।
दरअसल, इमरान खान का इस्तीफा मांगने के लिए आजादी मार्च आज इस्लामाबाद पहुंच चुका है। इसकी अगुवाई पाकिस्तान के सबसे बड़े धार्मिक गुट जमीयत-उल-इस्लाम पाकिस्तान के प्रमुख फजलुर्रहमान कर रहे हैं। फजलुर्रहमान की अगुवाई में पाकिस्तान के कराची समेत सभी बड़े शहरों से 27 अक्टूबर को आजादी मार्च की शुरुआत हुई, जिसका पिछले 5 दिनों में पाकिस्तान में बड़ा असर देखने को मिला।
अलग अलग शहरों से लोग इस आजादी मार्च में शामिल होकर इस्लामाबाद की ओर कूच करने लगे। इस आजादी मार्च को 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में हल्ला बोलना था, लेकिन लाहौर में ट्रेन हादसे की वजह से मार्च की तारीख एक दिन और बढ़ा दी गई।
इमरान खान को पाकिस्तान की सत्ता संभाले सिर्फ 14 महीने हुए हैं और उनको सत्ता से हटाने के लिए पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों के साथ आम आवाम सड़कों पर उतर आई है। बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई ने पाकिस्तान की आवाम को सड़क पर ला खड़ा किया है। पाकिस्तान में अब इमरान की विदाई के नारे लग रहे हैं।
आजादी मार्च को रोकने के लिए इस्लामाबाद की गलियों में पांच पांच फिट गहरे गड्ढे खोद दिए हैं। भीड़ को रोकने के लिए बोरे लगा दिए गए हैं। सड़कों पर कंटेनर हैं और भारी सुरक्षा बल तैनात है, लेकिन फजलुर्रहमान ने इमरान खान को सत्ता से उखाड़ने की कसम खा रखी है।