कोरोना काल में ग्राहकों को थमाया एक साथ तीन महीने का बिल, गलत तरह से लिए लेट चार्जेस

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कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों के कारण आम नागरिकों में भय का माहौल है। कई प्रदेशों में स्थिति बहुत खराब हैं। लोग आर्थिक रूप से बहुत परेशान हैं। ऐसे में सरकारी लापरवाही के कारण जनता की परेशानियां और बढ़ रही हैं। इस प्रकार का एक मामला हिमाचल के चंबा जनपद से आया है। यहां पर जिला मुख्यालय में जलशक्ति विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।

Water crisis jal sankat

पीने वाले पानी एवं सीवरेज के तीन-तीन माह के बिलों को ग्राहकों के पास भेज दिया गया है। चंबा वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान अश्वनी भारद्वाज ने विभाग से प्रश्न उठाये हैं कि ग्राहकों को तीन-तीन माह के बिलों को एक साथ भेजना परेशान करने वाला है। ऐसे हालात में ग्राहक एक साथ तीन माह का भारी-भरकम बिल का पेमेंट कैसे कर सकेगा।

सार्वजनिक छुट्टी को भुगतान का अंतिम दिन बताया

भारद्वाज ने विभाग से आग्रह किया है कि उन्हें हर माह के हिसाब से बिल दिए जाएं। दरअसल जलशक्ति विभाग की असावधानी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जनवरी से मार्च के तीन माह के भुगतान की आखिरी तारीख 15 अप्रैल ऐलान की गई। वहीं 15 अप्रैल को हिमाचल दिवस का सार्वजनिक बंदी रहती है।

41 रुपये जुर्माने के रूप में मांगे

भारद्वाज ने बताया कि इस दौरान कुछ ग्राहक जब सोलह अप्रैल को बिल का पेमेंट करने पहुंचे तो उनसे 41 रुपए जुर्माने के रूप में मांगे गए, जो अनुचित है। अब चम्बा वेलफेयर एसोसिएशन ने जनहित में विभाग के उच्च-अफसरों के संज्ञान में इस लापरवाही को उजागर किया है।

उन्होंने आग्रह किया कि अवैध तरीके से वसूला गया जुर्माना ग्राहकों के अगले बिल के पेमेंट के साथ एडजस्ट किया जाए, ताकि उन्हें राहत दी जा सके। एसोसिएशन ने बताया कि महामारी के कारण लोग पहले ही आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। काम-धंधे पूरी तरह से ठप पड़े हैं। गरीब लोगों को परिवार चलाना नामुमकिन है, ऐसे वक्त में एकसाथ तीन माह का बिल भरने में कई लोग असमर्थ हैं।

 

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