Lucknow। Sonbhadra (Sonbhadra News) जनपद में रविवार को बिरसा मुंडा वनवासी विद्यापीठ के लोकार्पण और छात्रावास के शिलान्यास एवं भूमि पूजन कार्यक्रम में व्यवस्थापकों की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। भूमि पूजन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना था। इसमें राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री समेत विशिष्ट अतिथियों के आसन नवग्रह और भगवान के आसन से ऊपर लगाए गए थे। गोरक्षा पीठ के पीठाधीश्वर और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में ऐसा हुआ। संतों और पुरोहितों ने इसे सनातन आस्था के विपरीत कृत्य करार दिया है। (Sonbhadra News)
सनातन धर्म के विद्वानों और पुरोहितों का कहना है कि ये सनातन आस्था के विपरीत है। इस सन्दर्भ में ब्रम्हमूर्ति श्रीराम व्यास जी का कहना है कि धर्मशास्त्रों के अनुसार इस तरह के भूमिपूजन या किसी भी तरह की पूजन क्रिया में पूजा करने वाले का आसन स्थापित देवताओँ के आसन से नीचे या समानांतर होना चाहिए, न कि ऊपर। यदि पूजन करने वाले का आसन स्थापित देवताओँ के आसन से ऊपर है तो पूजन करने वाला अभिशप्त हो जाता है।
अब इसे स्थानीय प्रशासन की चूक कहें या देश के शीर्ष नेताओं की ना-समझी, लेकिन सनातन आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है। ऐसा कदापि नहीं होना चाहिए। गोरक्षा पीठ के पीठाधीश्वर और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में ऐसा हुआ। क्या यही रामराज्य है, जिसमे भक्तों को भगवान से ऊंचा स्थान दिया जा रहा है। (Sonbhadra News)
इस सन्दर्भ में एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय सचिव राघवेंद्र नारायण ने ट्वीट कर कहा कि यह सनातन धर्म का घोर अपमान है और सरकार को इस कृत्य पर माफ़ी मांगनी चाहिए। यदि चटुकार आयोजकों द्वारा भगवान से ऊपर भक्त के लिए आसन लगा दी गई हो तो भी भक्तों को स्वविवेक का परिचय देते हुए आसन को हटवाकर बैठना चाहिए, लेकिन अहंकार में डूबी हुई सूबे की सरकार को इसका रंचमात्र भी पछतावा नहीं होगा। (Sonbhadra News)
इसके साथ ही राघवेंद्र नारायण ने कहा कि भाजपा द्वारा ‘हर घर नल’ पेयजल योजना की जो सौगात सोनभद्र की जनता के लिए शुरू की गई है, यदि यह योजना भाजपा के भ्रष्टाचार की भेट न चढ़ी तो निश्चित रूप से मील का पत्थर साबित होगी।
मौजूदा समय में भाजपा भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी है। इस सरकार से जनता को जो उम्मीदें थी, वो पूरी तरह से तार-तार हो चुकी हैं। ठप पड़े कल-कारखाने, चरम पर भुखमरी और बेरोजगारी आज सूबे खासतौर से सोनभद्र जनपद की पहचान बन चुकी है। आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। (Sonbhadra News)
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार को सोनभद्र जनपद में अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा संबद्ध सेवा समर्पण संस्थान की ओर से संचालित Seva Kunj Ashram में पहुंचे थे।
इस दौरान राष्ट्रपति ने वनवासी छात्र-छात्राओं के लिए बने अंत्योदय छात्रकुल, बिरसा मुंडा वनवासी विद्यापीठ का लोकार्पण और 200 बच्चों के लिए बने छात्रावास का शिलान्यास करने के साथ ही भूमि पूजन भी किया। प्रोटोकॉल के तहत इस पुरे कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। (Sonbhadra News)