शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार
Aligarh Muslim University, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए दिन कुछ नया ‘कमाल’ दिखाते रहते हैं। मोदी के इस नए रूप को देखकर राजनीति के अलावा सोशल मीडिया पर भी ‘चर्चाओं का बाजार गर्म हो जाता है’। अभी दो दिन पहले रविवार को पीएम मोदी दिल्ली स्थित रकाबगंज गुरुद्वारा में अचानक पहुंच कर लोगों को ‘चौंका’ दिया था। (Aligarh Muslim University)
मोदी के दौरे को लेकर भी सोशल-मीडिया पर हजारों यूजर प्रतिक्रियाएं देने में लगे हुए हैं। उसके बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से देशवासियों को ‘आश्चर्यचकित’ कर दिया । बात को आगे बढ़ाएं उससे पहले आपको उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ लिए चलते हैं। ये शहर देश-विदेश में मुस्लिम विश्वविद्यालय की वजह से जाना जाता है।
आपको बता देंं कि इन दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) 100वां स्थापना दिवस धूमधाम के साथ मना रहा है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एएमयू के शताब्दी वर्ष समारोह को राजधानी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। ‘इस कार्यक्रम को पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संबोधित करने वाले थे लेकिन बाद में राष्ट्रपति का कार्यक्रम बदलकर पीएम मोदी ने संबोधित करने का फैसला कियाा’।
इसकी जानकारी देशवासियों और सोशल-मीडिया पर हुई तो प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया। इससे पहले किसी ने सोचा भी नहीं था कि पीएम मोदी की अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में ‘पाठशाला लगेगी’, क्योंकि इस विश्वविद्यालय को 56 वर्ष बाद किसी प्रधानमंत्री ने संबोधित किया है। इससे पहले दिवंगत लाल बहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री रहते हुए इस विश्वविद्यालय को संबोधित किया था। आज इस मौके पर पीएम मोदी ने पूरे देश को कई बड़े संदेश दिए । उन्होंने कहा कि देश के विकास में एएमयू का अहम योगदान है, सभी मतभेदों से पहले देश होना चाहिए। ‘
बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) का सरकारों से हमेशा से ही 36 का आंकड़ा माना जाता है, खासकर भाजपा सरकार और इस विश्वविद्यालय के संबंध कभी अच्छे नहीं रहे’ । लेकिन आज ‘प्रधानमंत्री ने एएमयू की विचारधारा में कुछ मरहम लगाने का काम किया है’ । अब देखना होगा प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद इस विश्वविद्यालय का भाजपा के प्रति क्या रवैया रहता है ?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की खुलकर प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि आज एएमयू से तालीम लेकर निकले लोग भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों के साथ ही दुनिया के सैकड़ों देशों में छाए हैं। एएमयू के पढ़े लोग दुनिया में कहीं भी हों, भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। ‘पीएम ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान एएमयू (Aligarh Muslim University) ने जिस तरह समाज की मदद की वो बहुत ही सराहनीय है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों का मुफ्त टेस्ट कराना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में एक बड़ी राशि का योगदान देना समाज के प्रति आपके दायित्यों को पूरा करने की गंभीरता को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) ने भली-भांति कर दिखाया’। प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति और प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि एएमयू समुदाय विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के शताब्दी समारोह में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री का आभारी है।
आपको बता दें कि सर सैयद अहमद खान ने साल 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ऑरिएंटल स्कूल की स्थापना की थी। उसके बाद 1920 में उसी स्कूल ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का रूप लिया । आज इस विश्वविद्यालय में देश विदेशों से हजारों छात्र तालीम लेने आते हैं । यही नहीं इस विश्वविद्यालय से कई दिग्गज नेता, अभिनेताओं ने अपनी शिक्षा प्राप्त की है ।
पीएम मोदी ने Aligarh Muslim University को संबोधित करते हुए ‘सेक्युलरिज्मम’ (धर्मनिरपेक्षता ) पर भी विचार रखे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम किस मजहब में पले-बढ़े हैं, इससे बड़ी बात ये है कि कैसे हम देश की आकांक्षाओं से जुड़ें।
इस दौरान पीएम मोदी नेे कहा मतभेदों के नाम पर काफी वक्त जाया हो चुका है, हम कहां और किस परिवार से पैदा हुए, किस मजहब में पले, इससे बड़ा है कि उसकी आकांक्षाएं देश से कैसे जुड़ें। उन्होंने कहा कि वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात देश की लक्ष्य प्राप्ति की हो तो सब किनारे रख देना चाहिए। अब मिलकर नया आत्मनिर्भर भारत बनाना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत से लोग बोलते हैं कि Aligarh Muslim University कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है। अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक ‘मिनी इंडिया’ नजर आता है । ‘यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी, अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृत की शिक्षा भी दी जाती है।
यहां लाइब्रेरी में कुरान है तो रामायण भी उतनी ही सहेजकर रखी गई है’ । हमें इस शक्ति को न भूलना है न कमजोर पड़ने देना है । प्रधानमंत्री ने कहा कि एएमयू के कैंपस में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना मजबूत हो, हमें इसके लिए काम करना है । इस दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों और प्रोफेसरों ने पीएम मोदी के संबोधन का गर्मजोशी से स्वागत किया।