इस देश में महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ लिख दिया ‘बलात्कारी’, मच गया बवाल

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ओटावा : कनाडा के टोरंटो में मोहनदास करमचंद गांधी की प्रतिमा तोड़े जाने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यह घटना टोरंटो के रिचमंड हिल स्थित विष्णु मंदिर की है। घटना बुधवार (13 जुलाई) रात करीब साढ़े 12 बजे की बताई जा रही है। इस मामले पर स्थानीय पुलिस का कहना है कि वह इसे हेट क्राइम मानकर मामले की जांच कर रही है.

आपको बता दें कि योंगी स्ट्रीट और गार्डन एवेन्यू स्थित विष्णु मंदिर के परिसर में राष्ट्रपिता गांधी की करीब 5 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई थी, जिसे कुछ शरारती तत्वों ने तोड़ा है. इतना ही नहीं असामाजिक तत्वों ने इस मूर्ति पर ‘खालिस्तान’ और ‘बलात्कारी’ जैसे आपत्तिजनक शब्द भी लिख दिए। यॉर्क रीजनल पुलिस के प्रवक्ता एमी बौद्रेउ ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि इन आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल महात्मा गांधी की प्रतिमा को नष्ट करने के उद्देश्य से किया गया था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बौद्रेउ ने कहा है कि, ‘जो लोग नस्ल, जाति, देश, भाषा, धर्म, उम्र, लिंग आदि के आधार पर दूसरे लोगों से नफरत करते हैं, उनके खिलाफ कानूनी सीमा के भीतर मुकदमा चलाया जाएगा. हम मानते हैं कि घृणा अपराधों का समुदाय-व्यापी प्रभाव दूरगामी है। इसलिए हम घृणा अपराधों या ऐसी सभी घटनाओं की कड़ाई से जांच करते हैं।’

उधर, मंदिर के मुखिया डॉ. बुधेंद्र दुबे ने तोड़े जाने पर निराशा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि मंदिर शांति पार्क में मूर्ति को 30 साल से भी अधिक समय हो गया है, लेकिन ऐसा कृत्य कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि वह इतने सालों से यहां रिचमंड हिल में इतनी शांति से रह रहे हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि, ‘अगर हम उस तरह जीते हैं जैसे गांधी ने हमें जीना सिखाया, तो हम किसी व्यक्ति या किसी समुदाय को चोट नहीं पहुंचाएंगे।’

वहीं, भारतीय अधिकारियों ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए इसे कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय को आतंकित करने के लिए किया गया दुखद कृत्य करार दिया है। उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घिनौनी घटना से कनाडा में रह रहे भारतीय समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं.

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