IND vs AUS: टीम के नौ विकेट गिर चुके थे, जीत की कोई संभावना नहीं थी, मशहूर बैटिंग लाइन-अप ताश के पत्तों की तरह ढह गया, मगर ड्रेसिंग रूम में जश्न मनाया गया जैसे भारत ने अभी-अभी विश्व कप जीता हो। दृढ़ निश्चय आपको यही करने और महसूस करने के लिए प्रेरित करता है। संघर्ष बीच में खड़े होकर मुश्किल परिस्थितियों का सामना करने और उनसे बाहर निकलने का संकल्प। यही टीमवर्क और टीम गेम का मतलब है। जिस खुशी से विराट कोहली उछल पड़े, या जिस तरह कोच गौतम गंभीर ने अपनी कुर्सी पर बैठकर ड्रेसिंग रूम में दो-चार दहाड़ें लगाईं, वह इस बात का संकेत था कि टीम के लिए इसका कितना महत्व था।
अब भारत ने फॉलो-ऑन टाल दिया है और गाबा टेस्ट के अंतिम दिन आकाशदीप और जसप्रीत बुमराह के साथ खेलने उतरेगा , जबकि उसका एक विकेट बचा हुआ है और उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा, जिसमें पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क थके हुए हैं और जोश हेजलवुड नहीं हैं। तीसरे और चौथे दिन बारिश हुई, मगर बाद वाला दिन बदलाव वाला साबित हुआ, क्योंकि टेस्ट मैच पहले से ही ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था, मगर मेहमान टीम को बल्ले से ठोस वापसी की जरूरत थी।
शीर्ष क्रम या बल्कि हाई-प्रोफाइल नाम एक बार फिर फ्लॉप रहे, जिसके बाद केएल राहुल सीरीज का अपना पहला मैच खेल रहे रवींद्र जडेजा , बुमराह और चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पहली बार खेल रहे आकाशदीप ने अपने विकेटों की कीमत चुकाई।
--Advertisement--