पूर्वी लद्दाख की एलएसी पर INDIA-चीन में जारी सीमा विवाद और पाकिस्तान के साथ निरंतर सीमा पर चलने वाली तनातनी के बीच Indian Navy की ताकत में इजाफा होने वाला है। Indian Navy अपने नए युद्धपोतों के लिए 38 नई ज्यादा रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइलों को खरीदने जा रही है।
इन मिसाइलों के जरिए से 450 किलोमीटर दूर किसी भी दुश्मन के लक्ष्य को आसानी से भेदा जा सकेगा। यदि चीन-पाक का भी कोई जंगी जहाज इन मिसाइलों के सामने आएगा, तो उस पर भी निशाना बनाकर उसे पलक झपकते ही नष्ट किया जा सकेगा। इन मिसाइलों को Indian Navy के निर्माणाधीन विशाखापट्टनम श्रेणी के युद्धपोतों पर फिट किया जाना है, जोकि आने वाले समय में सक्रिय सेवा में शामिल होंगे।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि 38 ज्यादारेंज की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल खरीदने के लिए 1,800 करोड़ रुपये का प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय के पास है और जल्द ही इसे मंजूरी मिलने की उम्मीद है। ब्रह्मोस युद्धपोतों का मुख्य स्ट्राइक हथियार होगा। कई युद्धपोतों पर पहले से ही लगी भी हुई है।
INDIA और रूस के ज्वाइंट वेंचर की शुरुआत के बाद से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल तीनों सशस्त्र बलों के लिए एक शक्तिशाली हथियार बन गई है, जो कई भूमिकाओं के लिए इनका उपयोग कर रहे हैं। वहीं, पिछले महीने Indian Navy ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के नवल संस्करण का बंगाल की खाड़ी में सफल परीक्षण किया था। ये मिसाइल 300 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन के जंगी पोतों को उड़ाने में सक्षम थी। परीक्षण के दौरान इसे आईएनएस रणविजय से दागा गया और इसने पलक झपकते ही लक्ष्य को भेद दिया था।