नई दिल्ली॥ श्रीलंका के तट पर इसी माह की शुरुआत में 13 दिनों तक जलते रहने के बाद डूबे सिंगापुर के मालवाहक जहाज एमवी एक्स-प्रेस पर्ल की खोज इंडियन नेवी ने शुरू की है। श्रीलंका सरकार के अनुरोध पर इंडियन नेवी का हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण जहाज INS सर्वेक्षक एमवी एक्सप्रेस पर्ल के आसपास पानी के भीतर सर्वेक्षण कर रहा है। (Indian Ocean)
खोजबीन के दौरान बड़ी संख्या में जलमग्न वस्तुओं का पता चला है। सिंगापुर के कंटेनर जहाज एमवी एक्स-प्रेस पर्ल ने कतर और दुबई से 25 टन नाइट्रिक एसिड और अन्य रसायनों सहित 1,486 कंटेनर लोड किए गए थे। इसके बाद 15 मई को गुजरात के हजीरा बंदरगाह से कोलंबो जा रहा था, तभी कोलंबो बंदरगाह से लगभग 9 समुद्री मील की दूरी पर खराब मौसम के कारण कई कंटेनर ढहकर जहाज पर ही गिर पड़े और उनमें एक विस्फोट के बाद आग लग गई। (Indian Ocean)
श्रीलंकाई नौसेना के मदद मांगने पर भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने 26 मई को आग बुझाने के लिए अपने जहाज ‘वैभव’ और ‘वज्र’ को कोलंबो भेजे। आग से घिरे जहाज पर दोनों ओर से लगातार 24 घंटे AFFF घोल और समुद्री पानी का छिड़काव किया गया। इसके बावजूद एमवी एक्स-प्रेस पर्ल सैकड़ों टन रसायनों और प्लास्टिक के साथ 13 दिनों तक जलता रहा। (Indian Ocean)
आख़िरकार दोनों मुल्कों के प्रयास से 01 जून को जहाज की आग पूरी तरह से बुझाने में कामयाबी मिली। जहाज के 25 सदस्यीय चालक दल में फिलीपींस, चीनी, भारतीय और रूसी नागरिक शामिल थे, जिन्हें पहले ही सुरक्षित बचा लिया गया था। 13 दिनों तक जलते रहने के बाद आग बुझने के 24 घंटे के भीतर सिंगापुर का कंटेनर जहाज 02 जून को डूब गया था। (Indian Ocean)
आग बुझाने के दौरान कोलम्बो तट पर बड़ी मात्रा में प्लास्टिक का मलबा भर गया। साथ ही जहाज के ईंधन टैंक में मौजूद 278 टन बंकर तेल और 50 टन गैस हिन्द महासागर (Indian Ocean) में लीक होने का खतरा पैदा हो गया है।