भारत को जल्दी एक खुशखबरी मिलने वाली है। क्योंकि अमरीका और रूस दोनों रियासतें मिलकर नया इतिहास लिखने जा रही हैं। इन दोनों के मिले जोल में भारत का भी फायदा हो सकता है। आईये जानते हैं कैसे।
अमरीका और रूस के प्रेसिडेंट बाइडेन और पुतिन की स्विटरलैंड में महत्वपूर्ण मीटिंग बस शुरू ही होने वाली है। इस बैठक पर भारत सहित पूरे विश्व की नजरें टिकी हैं। खुद विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों रियासितों की बैठक भारत के लिए अच्छी खबर लेकर आ सकती है।
अमरिकी प्रेसिडेंट तथा पुतिन की मुलाकात दोनों रियासतों के आपसी रिश्तों पर जितना असर डालेगी। ठीक उतना ही असर भारत पर भी पड़ सकता है। इंटरनेशनल मामलों के जानकारों के अनुसार अमेरिका और रूस के मध्य रिश्ते बेहतर होने पर जाहिरतौर पर चीन को संतुलित रखना भारत के लिए सरल हो जाएगा।
दोनों रियासतों के साथ होने से हिंदुस्तान खुद को एशिया में अब अकेला महसूस नहीं करेगा। बताया जा रहा है कि अमेरिका की कोशिश भी चीन पर नकेल कसने की ही है। तो वहीं ये भी माना जा रहा कि दोनों देशों के बीच कुछ बड़ी डील हो सकती है।