कनाडा में हिंदुस्तानी की ओर से निकाली गई एक मैत्री रैली पर खालीस्तानी के हमले और रैली में तिरंगे (हिंदुस्तानीय झंडे) के अपमान पर हिंदुस्तान ने कनाडा के साथ नाराजगी जताई है और कहा है कि वहां की सरकार ने इस प्रकार की घटनाओं पर रोक नहीं लगाई तो कनाडा में हिंदुस्तानी के लोगों के मध्य तनाव बढ़ सकता है जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है और हिंदुस्तान तथा कनाडा के बीच के मैत्रीपूर्ण संबंधों पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।
कनाडा के ओटावा में स्थित हिंदुस्तानीय उच्चायोग ने कनाडा की सरकार से कहा है कि यह घटना कनाडा की कानून व्यवस्था का आंतरिक मसला है लेकिन इससे कनाडा में हिंदुस्तानीय समुदाय और उनके रिश्तेदारों की सुरक्षा पर असर पड़ता है। उच्चायोग ने कनाडा की सरकार से आग्रह किया है कि इस मामले की तुरंत जांच की जाए और कनाडा में रह रहे हिंदुस्तानीयों और उनके मित्रों तथा रिश्तेदारों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।
28 फरवरी को कनाडा में हिंदुस्तानी समुदाय के लोगों ने हिंदुस्तान और कनाडा के बीच मैत्री के प्रतीक के तौर पर एक रैली का आयोजन किया था। हिंदुस्तान ने कनाडा कोरोना से लड़ने के लिए वैक्सीन भेजी थी और हिंदुस्तान की इस पहल पर कनाडा में रह रहे देशभक्त हिंदुस्तानीयों ने दोनों देशों की एकता के लिए एक रैली का आयोजन किया था, आरोप है कि उस रैली के दौरान खालीस्तानियों ने हिंदुस्तानीय ध्वज तिरंगे का अपमान किया है। जिससे हालात बिगड़ सकते हैं।
कई वीडियो सामने आए थे जिसमें कुछ खालिस्तानी तत्व रैली की कारों के बीच अपनी गाड़ियां जबरदस्ती घुसाते हुए नजर आए और रैली की कारों पर लगे हिंदुस्तानीय ध्वज तिरंगे का अपमान करते हुए दिखे। कनाडा में रह रहे हिंदुस्तानीयों ने इस घटना पर कड़ा विरोध जताया था और हिंदुस्तान सरकार से इस मसले को कनाडा के सामने रखने की अपील की थी। उसी को ध्यान में रखते हुए कनाडा में स्थित हिंदुस्तानीय उच्चायोग ने कनाडा की सरकार से इस पूरे मामले की जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है।