जयपुर, 11 अक्टूबर यूपी किरण। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला परिषद् सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर अंतरसिंह नेहरा ने कहा कि बेटियां एक नहीं, दो घरों का कल्याण करती है। समाज में बेटा-बेटी में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए। जिला कलक्टर नेहरा महिला अधिकारिता विभाग व एसआरकेपीएस के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को आयोजित एक व दो पुत्री के बाद परिवार नियोजन अपनाने वाली माताओं के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बालिका लिंगानुपात में आ रही कमी को दूर करने के लिए सभी को मिल-जुल कर सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। इस मौके पर जिला कलक्टर ने 43 महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश डोगीवाल ने कहा कि स्वैच्छिक संगठनों के साथ मिलकर जयपुर जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान के माध्यम से जैंडर समानता के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके चलते समाज में बेटियों के प्रति सोच में बदलाव आया है तथा बेटियों को भी बेटे के बराबर का दर्जा दिया जाने लगा है।
इस अवसर पर एसआरकेपीएस प्रतिनिधि राजन चौधरी ने कहा कि समाज में जैंडर समानता के साथ-साथ पीसीपीएनडीटी एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन भी आवश्यक है। चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर चाकसू व हसनपुरा क्षेत्र में तीन बेटी वाटिकाओं को तैयार किया गया है। जिसमें 200 से अधिक पौधे लगाए गए हैं। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं व बालिकाओं के विकास के लिए महत्वपूर्ण कार्य करने वाले अरविंद कुमार, राहुल गुप्ता, पुष्पा सैनी, अशोक कुमार व रामगोपाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।