टिहरी झील के किनारे बनेगा अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्यालय, सीएम रावत ने की घोषणा

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शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज उत्तराखंड के टिहरी झील महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम के बीच उद्घाटन किया ।‌ इसके बाद मुख्यमंत्री ने मेले में देव डोलियों की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया । महोत्सव के दौरान उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिली।

Tehri Lake Festival

500 प्रशिक्षणार्थियों को स्कूबा डाइविंग के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी

इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि टिहरी में भागीरथी के तट पर अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्यालय की स्थापना की जाएगी। जहां विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के साथ ही हिंदी और अंग्रेजी का भी ज्ञान दिया जाएगा। इससे पूरे विश्व के लोग भारतीय संस्कृति का ज्ञान हासिल कर सकेंगे। यहां 500 प्रशिक्षणार्थियों को स्कूबा डाइविंग के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर देव डोलियों का प्रदर्शन लोगों में आकर्षण का मुख्य केंद्र रहा ।

जवानों ने पैराग्लाइडिंग पहरा जंपिंग का प्रदर्शन किया

महोत्सव के पहले दिन सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने पैराग्लाइडिंग पहरा जंपिंग का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि झील महोत्सव से टिहरी और उत्तराखंड के पर्यटन को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा अब हर साल बसंत पंचमी पर टिहरी झील महोत्सव आयोजित किया जाएगा। देव डोलियों के माध्यम से धार्मिक परंपराओं के भी दर्शन हुए।

फोटो प्रदर्शनी और अवार्ड सेरेमनी का भी आयोजन किया गया

टिहरी झील महोत्सव के अंतर्गत पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा दो दिवसीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही महोत्सव में फोटो प्रदर्शनी और अवार्ड सेरेमनी का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक विजय पंवार आदि मौजूद थे।

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