ईरान का युद्ध में साथ देगा अमेरिका का सबसे बड़ा दुश्मन, कहा- परमाणु हथियार से…

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न्यूयॉर्क॥ अमेरिकी हमले में ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या से नॉर्थ कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण का कूटनीतिक हल प्रभावित हो सकता है। विशेषज्ञों ने बताया कि वाशिंगटन और ईरान के बीच तनाव बढ़ने से इस तरह का समाधान निकलने की पहले से कमजोर पड़ चुकी संभावना और भी धूमिल हो जाएगी और नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन हथियारों पर अपनी पकड़ और मजबूत करने के लिए प्रेरित होंगे।

सूत्रों की मानें तो नॉर्थ कोरिया ईरान को समर्थन दे सकता है और युद्ध में उसकी मदद कर सकता है। ये भी बता दें कि कोरिया अमेरिका का जानी दुश्मन माना जाता है। नॉर्थ कोरिया ने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की घटना पर जो शुरुआती प्रतिक्रिया व्यक्त की वह बेहद सतर्कता भरी थी। देश के सरकारी मीडिया ने कई दिन तक इस पर चुप्पी साध रखी थी।

बाद में उसने हमले पर एक रिपोर्ट जारी की लेकिन इसमें सुलेमानी का नाम तक नहीं था। प्योंगयांग की ओर से वाशिंगटन की सीधे कोई आलोचना नहीं की गई, इसमें बस इतना बताया गया कि चीन और रूस ने बीते सप्ताह बगदाद के एय़र पोर्ट पर अमेरिकी हवाई हमले की निंदा की है।

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नॉर्थ कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम के बचाव में आमतौर पर ईराकी नेता सद्दाम हुसैन और लीबिया के नेता मुअम्मर गद्दाफी का नाम लेता है और कहता है कि अगर उन्होंने परमाणु हथियार हासिल कर लिए होते और अमेरिका के आगे समर्पण नहीं किया होता तो आज वे जिंदा होते और सत्ता का लुत्फ उठा रहे होते।

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