नई दिल्ली॥ आर्मी चीफ प्रमुख जनरल एमएम नरवाणे ने कहा बालाकोट में किए गए हवाई हमले दिखाते हैं कि अगर आप निपुण हैं, तो जरूरी नहीं कि बढ़ा हुआ तनाव हमेशा युद्ध में तब्दील हो ही जाए।
एमएम नरवाणे ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन की 21वीं सदी की सेनाओं की तुलना में आईएस तबाही मचाने की गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने में कहीं अधिक आगे है। सेना प्रमुख ने कहा कि हिंदुस्तान अपने परम्परागत शौर्य की परंपरा को आगे बढ़ाने के अलावा अपनी पश्चिमी एवं उत्तरी सीमा के पास ऐसी शक्तिशाली प्रतिक्रिया देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसका युद्ध से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं हो।
हिंदुस्तान की उत्तरी सीमा चीन के साथ और पश्चिमी सरहद पाकिस्तान के साथ लगती है। सेना प्रमुख ने इस ओर इशारा किया कि साउथ चीन सागर में चीन का प्रभुत्व दिखाता है कि एक भी गोली चलाए बिना या जवाबी कार्रवाई के लिए उकसाए बिना छोटे-छोटे कदमों से भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।