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भारत में कई सालों के संघर्ष के बाद श्री राम प्रेम और सम्मान के साथ अपनी जन्मभूमि में बस गए हैं। देशभर में इसी भावना के चलते इस पर्व को दिवाली के रूप में मनाया जा रहा है। यह समारोह देश के हर शहर, हर गांव में मनाया जा रहा है। कई सालों से अस्थाई मंदिर में रखी रामलला की मूर्ति को आज दोपहर मंदिर में स्थापित होने वाली नई मूर्ति के सामने रखा गया।

राम मूर्ति की चर्चा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों की तरह पाकिस्तान में भी राम मंदिर की चर्चा हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया में आज राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पृष्ठभूमि में कई खबरें और लेख प्रकाशित हुए हैं।

पाकिस्तान के प्रमुख समाचार पत्रों में से एक 'द डॉन' के एक लेख में कहा गया है, 'उस स्थान पर एक राम मंदिर बनाया जा रहा है जहां बाबरी मस्जिद पांच शताब्दियों तक खड़ी थी। राम मंदिर के चारों तरफ वेटिक सिटी जैसा शहर खड़ा होगा।'

उधर, दैनिक 'पाकिस्तान टुडे' ने भी राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह के बारे में लिखा, ''सोमवार को उस स्थान पर एक भव्य मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है, जिसे लाखों भारतीय राम का जन्मस्थान मानते हैं। नरेंद्र मोदी की बीजेपी, एक हिंदुत्व पार्टी ने राम मंदिर का वादा किया था और यह उनके लिए हमेशा एक राजनीतिक मुद्दा रहा है। है। इस मुद्दे ने बीजेपी को सत्ता में आने में मदद की है।"

 

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