भारत में कोरोना का मामला लगातार बढ़ते ही जा रहा है. आपको बता दें कि ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लोगों के मूवमेंट को रोकना बेहद जरूरी है। करीब दो महीने पहले जब देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई थी, तो उसका मकसद यही था। मगर इससे एक नया संकट खड़ा हो गया।
वहीं दूसरे राज्यों में जाकर काम करने वाले लोग वहीं फंस गए। इनमें बड़ी आबादी ऐसी थी जो डेली मजदूरी कर अपना पेट पालती थी। यातायात के साधन बंद हुए तो बहुत से प्रवासी मजदूर पैदल ही घर की ओर चल दिए। बाद में उनके लिए ट्रेनें और बसें चलाई गईं। ये मजदूर अपने घर तो पहुंच गए मगर क्या कोरोना भी साथ लाए हैं?