नई दिल्ली॥ लक्ष्य Chandrayaan2 के जरिए विश्व भर में अपनी धाक जमाने वाले इसरो एक बार फिर स्पेस में इतिहास रचने जा रहा है। एक ओर मिशन Gaganyaan और दूसरी Chandrayaan3 पर तो भारतीय स्पेस एजेंसी कार्य कर ही रहा है।
वहीं अब स्पेस में एक और नई उपलब्धि के लिए भारतीय स्पेस एजेंसी ISRO पूर्व रुप से तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ढ्ढस्क्रह्र) के नए संचार उपग्रह जीसैट-30 का प्रक्षेपण एरियन-5 लॉन्च व्हैकल से 17 जनवरी को किया जाएगा।
ये प्रक्षेपण फ्रेंच गुएना के कोउरू सिटी से तड़के 2.35 बजे होगा। इसकी सूचना भारतीय स्पेस एजेंसी ने दी है। यह इसरो का इस वर्ष यानी 2020 का पहला मिशन होगा। इसे लेकर तैयारी अंतिम चरण में है। आपको बता दें Chandrayaan3 प्रोजेक्ट को सरकार मंजूरी दे चुकी है। मंजूरी मिलने के बाद इसरो प्रमुख के. सिवन ने कहा था कि संभवत: इसे 2021 में लॉन्च किया जाएगा।
Chandrayaan2 के बारे में उन्होंने बताया था कि Chandrayaan2 मिशन के दौरान बेहतर प्रयास किया था, लेकिन उसे चांद की सतह पर नहीं उतार पाए थे। हालांकि, इसका ऑर्बिटर बेहतर तरकीब से कार्य कर रहा है। ये ऑर्बिटर 7 वर्षों तक डेटा उपलब्ध कराएगा।