जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) में टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यहां के 14 जिलों में 45 ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी की इस कार्रवाई में एनआईए के साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल थे। एआईए ने जमात-ए-इस्लामी नाम के प्रतिबंधित संगठन के सदस्यों के आवासों पर छापेमारी की। इस अलगाववादी संगठन को केंद्र सरकार ने पाकिस्तान समर्थक होने की वजह से साल 2019 में ही प्रतिबंधित घोषित कर दिया था।
मिली जानकारी के मुताबिक एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के खिलाफ दर्ज एक मामले को लेकर जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) पुलिस और सीआरपीएफ की सहायता से रविवार को यहां के लगभग 40 स्थानों पर रेड की है। श्रीनगर में सौरा निवासी गाजी मोइन-उल इस्लाम के आवास और नौगाम में फलाह-ए-आम ट्रस्ट पर भी छापेमारी की कार्रवाई की गई। इसी कड़ी ने अनंतनाग जिले में मुश्ताक अहमद वानी पुत्र गुलाम हसन वानी, नजीर अहमद रैना पुत्र गुलाम रसूल रैना, फारूक अहमद खान पुत्र मोहम्मद याकूब खान और आफताक अहमद मीर, अहमदुल्ला पारे के ठिकानों पर भी एनआईए की टीम ने छापेमारी की।
गौरतलब हैं कि केंद्र सरकार ने 2019 में जमात ए इस्लामी संगठन पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद भी जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) में इस संगठन की गतिविधियां चल रही थीं। प्रतिबंध के बावजूद घाटी में जमात-ए-इस्लामी की गतिविधियां बढ़ने के बाद एनआईए ने यह छापेमारी की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक छापेमारी से पहले दिल्ली से एक वरिष्ठ डीआईजी अपनी टीम के साथ श्रीनगर पहुंचे थे।
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