14 साल बाद खत्म होगा ये इस राजनीतिक पार्टी का अस्तित्व, ये दिग्गज करेगा घर वापसी

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नई दिल्ली॥ झारखंड विकास मोर्चा -प्रजातांत्रिक (झाविमो) का 14वर्ष बाद अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। झाविमो के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में विलय को लेकर 11 फरवरी को रांची में होने वाली केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में औपचारिक मुहर लगेगी और 17 फरवरी को रांची में आयोजित होने वाली बड़ी रैली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पूरी पार्टी का औपचारिक विलय हो जाएगा।

झाविमो के भारतीय जनता पार्टी (BJP) में विलय को लेकर सारी औपचारिकताएं पूरी की जा रही है और भारत निर्वाचन आयोग को भी इसकी सूचना दे दी जाएगी झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने सोमवार को नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आला नेताओं के साथ मुलाकात कर पार्टी के विलय को अंतिम रूप देने में जुटे है, वहीं उनके समर्थक 11 को रांची में होने वाली केंद्रीय कार्यसमिति और 17 फरवरी होने वाले विलय सह मिलन समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप में जुटे है।

इससे पहले बाबूलाल मरांडी ने जनवरी महीने में नई केंद्रीय कार्यकारिणी समिति में सिर्फ उन्हीं लोगों को पदाधिकारी बनाया , जो उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में पार्टी के विलय के समर्थक थे, वहीं विरोध करने वाले नेताओं और विधायकों को पहले ही टीम से बाहर रखा गया। बाद में अलग-अलग मुद्दों को लेकर झाविमो के दोनों विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को पार्टी से निष्कासित भी किया जा चुका है।

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वहीं झाविमो में जो मुस्लिम नेता थे, वे सभी भी नये ठिकाने की तलाश में जुट गये है। झाविमो में लबे समय तक केंद्रीय उपाध्यक्ष रहे डॉ. सबा अहमद ने खुलकर बाबूलाल मरांडी की आलोचना की और उन पर ठगने और छलने का आरोप लगाया है। झाविमो के दोनों निष्कासित विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने कांग्रेस में शामिल होने की बात की है।

बाबूलाल मरांडी ने वर्ष 2006 में तत्कालीन सीएम अर्जुन मुंडा और भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेतृत्व से नाराज होकर बाबूलाल मरांडी ने पार्टी छोड़ दी थी और बाद में झाविमो का गठन किया और अब करीब 14 साल बाद उनकी घर वापसी हो रही है।

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