JIO को मिली बड़ी सफलता, 36 फीसदी शेयर के साथ वॉयस मिनट मार्केट लीडर बनी

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नई दिल्ली ।। रिलायंस JIO इन्फोकॉम वॉयस मिनट मार्केट में तीन बड़ी टेलिकॉम कंपनियों के बीच नई लीडर बन गई है। उसके पास करीब 36 प्रतिशत मार्केट शेयर हैं। उसके बाद भारती एयरटेल (33.5 फीसदी) और वोडाफोन आइडिया (30.7 फीसदी) का नंबर आता है।

 

मार्केट शेयर में बदलाव का एक नकारात्मक पक्ष ये भी है कि JIO को जनवरी 2020 से इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेज (आईयूसी) खत्म होने के कारण आमदनी में चपत लग सकती है। मार्केट शेयर में इस बदलाव का मतलब ये भी है कि मुकेश अंबानी की JIO को जनवरी 2020 से इंटरकनेक्ट यूसेज चार्जेज (आईयूसी) खत्म होने के कारण आमदनी पर चपत लग सकती है।

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आईयूसी लागू करने के टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के फैसले का JIO ने समर्थन किया था, जबकि एयरटेल और वोडाफोन ने विरोध किया था। हालांकि JIO की प्रतिद्वंद्वियों को अब इससे फायदा हो सकता है। ऐनालिस्ट्स ने कहा रेवेन्यू मार्केट शेयर के आधार पर हाल में नंबर वन बनी JIO मौजूदा आईयूसी सिस्टम में नेट रेवेन्यू गेनर बनने की राह पर है, क्योंकि अधिकतर कॉल्स इसके 4जी नेटवर्क पर खत्म होंगी।

ऐसा वॉयस मिनट मार्केट में इसकी लीडरशिप और कस्टमर मार्केट शेयर में इसकी लगातार बनी हुई बढ़त के कारण होगा। आईयूसी को अक्टूबर 2017 से 57 फीसदी घटाकर 6 पैसे प्रति मिनट करने वाले ट्राई ने 2020 से इसे खत्म करने का आदेश दिया है। इसका मतलब ये है कि JIO को इसके चलते आमदनी में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी क्योंकि एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को आईयूसी नहीं देना होगा। आईयूसी वह कंपनी देती है, जिसके नेटवर्क से कॉल शुरू होती है। ये आईयूसी उस कंपनी को मिलता है, जिसके नेटवर्क पर कॉल खत्म होती है।

एसबीआई कैप सिक्यॉरिटीज के रिसर्च को-हेड राजीव शर्मा ने कहा JIO की टर्मिनेशन कॉस्ट तेजी से घट रही है। ऐसा इसके वॉयस मिनट मार्केट शेयर में तेजी से हो रही बढ़ोतरी और सब्सक्राइबर शेयर में इजाफे के साथ हो रहा है। आईयूसी JIO के लिए आमदनी का एक अच्छा जरिया बन जाएगा। हालांकि जनवरी से आईयूसी खत्म होने पर रेवेन्यू में ऐसी किसी बढ़ोतरी की गुंजाइश खत्म हो जाएगी।

फोटो- फाइल

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