आसान हुआ सफर: Purvanchal Express का उद्घाटन आज, लखनऊ से मात्र 3.5 घंटे में पहुंच जायेंगे गाजीपुर

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नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी आज दोपहर में पूर्वांचल एक्सप्रेस का उद्घाटन करने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस के उद्घाटन के बाद लखनऊ से मात्र 3.5 घंटे में गाजीपुर पहुंचा जा सकेगा। लोग 341 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के चालू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। इस एक्सप्रेस वे के शुरू हो जाने के न सिर्फ लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा कम समय में पूरी हो जाएगी बल्कि इस इलाके की पूरी तस्वीर बदल जाएगी। 22 हजार 500 करोड़ रुपये की लागत से ये 6 लेन एक्सप्रेस मात्र 36 महीने में बनकर तैयार किया गया है।

Purvanchal Express

ये है एक्सप्रेस-वे की खासियत

1- पूर्वांचल एक्सप्रेस पर साढ़े तीन किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी है। इस पट्टी का प्रयोग युद्धकाल में आपात स्थिति में किया जा सकता है। इस हवाई पट्टी पर लड़ाकू विमान आसानी से लैंड और टैक ऑफ के सकते हैं। ये पूर्वांचल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है।

3- पूर्वांचल एक्सप्रेस की कुल लंबाई 341 किलोमीटर है। इस पर साढ़े तीन किलोमीटर की हवाई पट्टी भी बनाई गयी है।

4- पूर्वांचल एक्सप्रेस का शुरू होने के बाद लखनऊ से गाजीपुर की यात्रा 10 घंटे की बजाय मात्र साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी।

5- पूर्वांचल एक्सप्रेस को सिर्फ 36 महीने में तैयार किया गया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके निर्माण के कुल 22 हजार 435 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस से उत्तर प्रदेश के कुल 9 जिले जुड़ेंगे।

6- पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर 18 फ्लाईओवर ,7 रेलवे ओवर ब्रिज , 7 लंबे पुल, 118 छोटे पुल और 271 अंडर पास भी बनाये गए हैं।

7- इस एक्सप्रेस-वे से प्रदेश के नौ जिले जुड़े हैं। इसमें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर शामिल है। लखनऊ-सुल्तानपुर रोड पर स्थित चांद सराय गांव से शुरू होकर यूपी के नौ जिलों को जोड़ता हुए ये एक्सप्रेसवे पूर्वांचल की जान बनेगा और गाजीपुर के हैदरिया गांव पर खत्म होगा।

8- एक्सप्रेस-वे के आसपास के 10 किलोमीटर की दूरी तक के गांवों को भी इससे जोड़ा जा रहा है।

एक्सप्रेस-वे पर आठ पेट्रोल पंप बनाने की योजना है। वहीं चार स्थानों सीएनजी स्टेशन बनाए जायेंगे। बैटरी चार्जिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक सब स्टेशन भी बनाने की योजना है। एक्सप्रेस वे के किनारे पर 4.50 लाख वृक्ष लगाए जा रहे हैं। हर 500 मीटर पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की भी व्यवस्था रहेगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर फिलहाल टोल नहीं है लेकिन 11 जगहों पर टोल बूथ बनाए गए हैं।

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