वाशिंगटन। अमेरिकी सेना ने काबुल में 29 अगस्त को हुए असफल ड्रोन हमले का एक वीडियो जारी किया है। इस अमेरिकी ड्रोन हमले में सात बच्चों सहित 10 अफगान नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिकी इंटेलीजेंस के अनुसार इस ड्रोन हमले से उसने ISIS आंतकियों को निशाना बनाया था, लेकिन गलत निशाने की वजह से सात बच्चों समेत 10 नागरिकों की जान चली गई।
इस अमेरिकी वीडियो में दिखाया गया है कि सेना का एक ड्रोन ने काबुल शहर के ऊपर एक सफेद टोयोटा कोरोला कार को ट्रैक किया था। उन्हें ये विश्वास था कि यह एक ISIS आतंकी की कार थी जिसमें विस्फोटक लदा था लेकिन उनका अंदाजा गलत निकला और निर्दोष लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
हालांकि पेंटागन ने इस हमले का बचाव करते हुए कहा था कि उसने अफगानिस्तान से निकासी और वापसी के अंतिम दिनों के दौरान अमेरिकी सेना पर एक हमले की योजना बना रहे आईएसआईएस-के आतंकियों को ही मारा था लेकिन वीडियो जारी होने के बाद सच्चाई कुछ और ही निकली।
गौरतलब है कि इस अमेरिकी ड्रोन हमले से तीन दिन पहले, एक आईएसआईएस-के आत्मघाती हमलावर ने हवाई अड्डे के मुख्य प्रवेश बिंदु एबी गेट पर 13 अमेरिकी सेवा सदस्यों और दर्जनों अफगानों की हत्या कर दी थी।
इसी हत्या का बदला लेने और अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए अमेरिकी सेना ने ड्रोन हमला किया था। हमले के लगभग तीन सप्ताह बाद अब जाकर अमेरिकी सेना ने ये एक्सेप्ट किया कि यह एक गलती थी जिसमें 10 निर्दोष नागरिक मारे गए थे।