केरल: दो नेताओं की हत्या के बाद प्रशासन का बड़ा कदम, लगा दिया इस तरह का प्रतिबंध

img

तिरुवनंतपुरम, 20 दिसम्बर| केरल(Kerala) के अलाप्पुझा जिले में शनिवार को 12 घंटे से भी कम समय में हुई दो राजनीतिक हत्याओं के बाद राज्य पुलिस ने राजनीतिक रैलियों और सार्वजनिक रूप से माइक के इस्तेमाल पर तीन दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।

आपको बता दें कि राज्य के पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने अपने शीर्ष अधिकारियों को विस्तृत जांच के बाद ही हाई अलर्ट पर रहने और रैलियों और माइक की घोषणा की अनुमति देने का निर्देश दिया है। के.एस. इस्लामिक संगठन एसडीपीआई(SDPI) के शान की शनिवार को हत्या कर दी गई और कुछ घंटों बाद बीजेपी(BJP) के ओबीसी मोर्चा(OBC WING) के प्रदेश सचिव रंजीत श्रीनिवासन का भी यही अंजाम हुआ।

जहां रविवार को शान का अंतिम संस्कार किया गया, वहीं सोमवार को श्रीनिवासन का अंतिम संस्कार किया गया। एसडीपीआई (SDPI) और आरएसएस/बीजेपी(RSS/BJP) के कार्यकर्ता एक दूसरे पर अपराध का आरोप लगा रहे हैं।सोमवार को जांच सौंपी गई पुलिस के डीजीपी विजय साखरे ने अलाप्पुझा पहुंचने के बाद कहा कि अब तक श्रीनिवासन की हत्या में 12 लोगों के शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है और जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, संख्या बढ़ने की संभावना है।

वहीँ इस बीच पुलिस ने शान की हत्या के मामले में आरएसएस(RSS) के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। विशेष पुलिस दल(Special Police team) साजिश के एंगल को उजागर करने के लिए सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, क्योंकि एक उच्च पुलिस अधिकारी ने रिकॉर्ड में कहा है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, भले ही वे उच्च पदों पर हों।उन्होंने पुलिस अधिकारियों से अपनी छुट्टी रद्द करने और वापस आने के लिए कहा है। अलाप्पुझा जिले के अधिकारियों ने मंगलवार को सर्वदलीय शांति बैठक बुलाई है।

Related News