जानें -धनतेरस के दिन दीपावली की पूजन सामग्री खरीदना होता हैं शुभ

img

धनतेरस के दिन धन कुबेर और भगवान धनवंतरी के पूजन का विधान है। इसके बाद नरकचौदस या छोटी दीपावली का पर्व मनाया जाता है। कार्तिक अमावस्या के दिन लक्ष्मी-गणेश का पूजन होगा। इसके बाद गोवर्धन और भाईदूज का पर्व मनाया जाता है। पंचांग गणना के अनुसार दीपावली का पांच दिवसीय महापर्व 02 नवंबर से शुरू होकर 06 नवंबर तक मनाया जाएगा। इस पांच दिनों में गणेश-लक्ष्मी के साध कुबेर, धनवंतरी, मां काली, सरस्वती, इंद्र,यम आदि भगवनों के पूजन का विधान है। धनतेरस के दिन दीपावली पूजन सामग्री खरीदना शुभ माना जाता है।

दीपावली की पूजन सामग्री-

दीपावली के पांच दिवसीय महापर्व में सभी देवी-देवताओं के पूजन में सबसे पहले उन्हें तिलक करने और उनका स्वागत करने के लिए रोली, कुमुकम, अक्षत (चावल), केसर, अबीर-गुलाल,हल्दी,चंदन, सिंदूर की जरूरत पड़ती है।

इसके बाद देवताओं का स्वागत धूप, अगरबत्तियां, दीपक, रूई, कलावा, जनेऊ, वस्त्र, इत्र और फूल चढ़ा कर किया जाता है।

दीपावली के दिन पूजन करने के लिए गणेश – लक्ष्मी की प्रतिमा के साथ चौकी, कमल गट्टे की माला, दूर्वा, शंख, आसन, गंगाजल, थाली, गोबर, चांदी का सिक्का, बैठने के लिए आसन, हवन कुंड, हवन सामग्री, आम के पत्ते, दियाली, पांच बडी दियाली, रूई की बत्ती की आवश्यकता पड़ती है।

भगवान को नैवेद्य चढ़ाने के लिए दीपावली में विशेष रूप से खील,बताशे और चीनी के खिलौनो का भोग लगाया जाता है। इसके साथ ही मिठाई, पांच फल, सप्त धान्य, पंच मेवा, पंचामृत का भोग लगाने का विधान है। सभी देवी-देवताओं को वस्त्र अर्पित करते हैं। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कमल गट्टा, कौड़िया, गोमती चक्र, रत्न और सच्चा मोती भी चढ़ाया जाता है।

Related News