अजब-गजब॥ अधिकतर लोग ये मानते हैं कि हड्डियों में कमजोरी और जोड़ों में दर्द की प्रॉब्लम बुढ़ापे में ही होती है। किंतु आप अपने आसपास कई ऐसे बुजुर्ग लोगों को देखते होंगे जिन्हें बुढ़ापे में भी कोई प्रॉब्लम नहीं होती है। हम इंसानों की कुछ गलतियों की वजह से कम उम्र में हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। आईये जानते हैं उन आदतों के बारे में।
विशेषज्ञों के अनुसार तंबाकू हमारे जिस्म के ऊतकों में एक प्रकार का न्यूक्लियर पैदा कर देती है, जिसे मुक्त कण बोला जाता है। ये फेफड़ों समेत हमारी हड्डियों को भी छति पहुंचाता है। जो लोग तंबाकू लेते हैं उनके बदन में हड्डियों का घनत्व कम होता है। दरअसल मुक्त कण आपकी बोन्स को बनाने वाली सेल्स को मार देता है।
तो वहीं सिगरेट पीने से हमारे बदन में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का निर्माण बढ़ जाता है। ये हमारे बोन स्टॉक को कम करता है। यदि कभी हड्डी फैक्टर हो जाती है तो स्मोकिंग आपकी ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंचाकर रिकवर होने की क्षमता को धीमा करती है।
वर्कऑउट नहीं करने की वजह से हड्डियों को क्षति पहूंचे का खतरा बढ़ जाता है। मांसपेशियों में कसाव से हड्डियों को मजबूती मिलती है इसीलिए वर्कऑउट करने से बोन्स मजबूत होती हैं।