LPG Price Update: सिलेंडर पिछले 8 साल में ढाई गुना हुआ महंगा, सब्सिडी भी हुई बंद

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एलपीजी की कीमतें उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। पिछले आठ साल में इसकी कीमतों में करीब ढाई गुना इजाफा हुआ है। मार्च 2014 में घरेलू रसोई गैस की कीमत 410 रुपये प्रति सिलेंडर थी। उस समय लोगों को सीधे खाते में सब्सिडी देकर केंद्र सरकार अपने स्तर पर लागत का कुछ हिस्सा वहन करती थी। अब आठ साल में रसोई गैस की कीमत बढ़कर 1053 रुपये हो गई है।

LPG Price

मार्च 2015 से खातों में सब्सिडी

मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद रसोई गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी को सीधे उपभोक्ताओं के खाते में ट्रांसफर करने का काम शुरू किया. तब से अब तक एक साल में 12 एलपीजी सिलेंडर पर लोगों को सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। इसके तहत सिलेंडर बाजार भाव पर मिलता था, लेकिन इसके बदले में दी जाने वाली 20 फीसदी तक की सब्सिडी की राशि सीधे उपभोक्ता के खाते में जमा कर दी जाती थी.

दो साल पहले बंद हुई सब्सिडी
एलपीजी की कीमतें उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गई हैं। पिछले आठ साल में इसकी कीमतों में करीब ढाई गुना इजाफा हुआ है। मार्च 2014 में घरेलू रसोई गैस की कीमत 410 रुपये प्रति सिलेंडर थी। उस समय लोगों को सीधे खाते में सब्सिडी देकर केंद्र सरकार अपने स्तर पर लागत का कुछ हिस्सा वहन करती थी। अब आठ साल में रसोई गैस की कीमत बढ़कर 1053 रुपये हो गई है।

मार्च 2015 से खातों में सब्सिडी

मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद रसोई गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी को सीधे उपभोक्ताओं के खाते में ट्रांसफर करने का काम शुरू किया. तब से अब तक एक साल में 12 एलपीजी सिलेंडर पर लोगों को सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। इसके तहत सिलेंडर बाजार भाव पर मिलता था, लेकिन इसके बदले में दी जाने वाली 20 फीसदी तक की सब्सिडी की राशि सीधे उपभोक्ता के खाते में जमा कर दी जाती थी.

दो साल पहले बंद हुई सब्सिडी

अप्रैल 2020 में सरकार ने लॉकडाउन के बाद एलपीजी पर दी जाने वाली सब्सिडी पर रोक लगा दी। अप्रैल 2020 तक लोगों को एलपीजी पर 147 रुपये की सब्सिडी मिलती थी। लेकिन मई 2020 के बाद सब्सिडी बंद है। देश के ज्यादातर शहरों में अब सरकार की ओर से गैस सिलेंडर पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है. ऐसे में अब लोगों को बिना सब्सिडी के सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन पाने वाले लाभार्थियों को ही सरकार एलपीजी सब्सिडी दे रही है।

पिछले आठ साल में इतने बढ़े दाम

1 मार्च 2014 को दिल्ली में घरेलू सिलेंडर की कीमत 410.50 रुपये थी। 1 मार्च 2015 को 610। वहीं, 1 मार्च 2016 को यह घटकर 513.50 रुपये और 1 मार्च 2017 को सीधे 737.50 रुपये पर आ गया।
1 मार्च 2018 को 689 और 1 मार्च 2019 को 701.50 रुपये। इसके बाद 1 मार्च 2020 को कीमत 805.50 रुपये पर पहुंच गई। 1 मार्च 2021 को 819 और 1 मार्च 2022 को 899। अब घरेलू रसोई गैस की कीमत 1053 हो गई है।
अप्रैल 2020 में सरकार ने लॉकडाउन के बाद एलपीजी पर दी जाने वाली सब्सिडी पर रोक लगा दी। अप्रैल 2020 तक लोगों को एलपीजी पर 147 रुपये की सब्सिडी मिलती थी। लेकिन मई 2020 के बाद सब्सिडी बंद है। देश के ज्यादातर शहरों में अब सरकार की ओर से गैस सिलेंडर पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है. ऐसे में अब लोगों को बिना सब्सिडी के सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन पाने वाले लाभार्थियों को ही सरकार एलपीजी सब्सिडी दे रही है।

पिछले आठ साल में इतने बढ़े दाम

1 मार्च 2014 को दिल्ली में घरेलू सिलेंडर की कीमत 410.50 रुपये थी। 1 मार्च 2015 को 610। वहीं, 1 मार्च 2016 को यह घटकर 513.50 रुपये और 1 मार्च 2017 को सीधे 737.50 रुपये पर आ गया।
1 मार्च 2018 को 689 और 1 मार्च 2019 को 701.50 रुपये। इसके बाद 1 मार्च 2020 को कीमत 805.50 रुपये पर पहुंच गई। 1 मार्च 2021 को 819 और 1 मार्च 2022 को 899। अब घरेलू रसोई गैस की कीमत 1053 हो गई है।

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