उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रशासन सख्त होते हुए नज़र आ रहा है. आपको बता दें कि विरोध में प्रदर्शन कर रही महिलाओं को हटाने के लिए पुलिस पहुंची। महिलाएं नाराजगी जता रही हैं वो हटने को तैयार नहीं है। महिलाओं का कहना है कि पुलिस बिस्तर और तम्बू उठा ले गई है।
गौरतलब है कि उधर, एडीसीपी विकास चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि कई लोग अनावश्यक रूप से खड़े थे और बाइक खड़ी कर रखी थी। इसे ही हटवाया गया है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं को नहीं हटाया जा रहा है। सीएए के विरोध में प्रदर्शन 17 जनवरी को शुरू हुआ था, जोकि जिला प्रशासन के कड़े विरोध के बाद भी जारी है। सीएए के विरोध में प्रदर्शन 17 जनवरी को शुरू हुआ था, जोकि जिला प्रशासन के कड़े विरोध के बाद भी जारी है।
आपको बता दें कि प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस का नोटिस भेजा गया है। उनसे जल्द से जल्द घंटाघर का परिसर खाली करने को कहा गया है, अगर वे ऐसा नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। धारा 144 का उल्लंघन करने पर कार्रवाई के लिए नोटिस भेजा गया है।