नई दिल्ली। महाराष्ट्र में राजनीति को सियासी घमासान कि नदी के लहर का बहाव कुछ पता नही चल रहा है कि अखिर क्या होने वाला है। जी हां इस वक्त की ताजा खबर ये आ रही है की महाराष्ट्र मामले की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में होनी है।
Congress-NCP और शिवसेना ने शनिवार की सुबह हुए अप्रत्याशित शपथग्रहण के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है। लेकिन वहीं आपको यह भी बतादें की बीजेपी भी सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई को लेकर पूरी तरह से आश्वाश्त नजर आ रही है और तो उसका दारोमदार एक दलील पर टिका हुआ है, कि अजित पवार अब भी एनसीपी विधानमंडल दल के नेता हैं और इस नाते अगर अजित पवार सभी को बीजेपी के पक्ष में वोट देने का व्हिप जारी करते हैं।
साथ ही आपको बताते चलें की विधायक अगर विरोध में मत देते हैं तो स्पीकर सभी की सदस्यता खत्म करने का आदेश जारी कर सकते हैं। ऐसे 288 में से 53 विधायक कम हो जाएंगे और बहुमत साबित करने की संख्या 145 की बजाय 118 हो जाएगी। निर्दलियों के साथ बीजेपी पहले ही 118 के करीब संख्या का दावा किया है। इसलिए बीजेपी के नेता आशीष शेलार का कहना है कि अजित पवार को विधानमंडल दल का नेता चुना जाना पूरी तरह से वैध है और जबकि उनको हटाकर जयंत पाटिल को नेता बना देना पूरी तरह से गैर कानूनी है।
महाराष्ट्र में तेज़ी से बदलते घटनाक्रम में शरद पवार मुख्य भूमिका में नज़र आ रहे हैं। आज हर नेता उनकी चौखट पर हाज़िरी लगाता दिख रहा है। अब से कुछ देर पहले बीजेपी से राज्यसभा सांसद संजय काकड़े और एनसीपी के नए बने विधायक दल के नेता जयंत पाटिल शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंचे। आपको बता दें कि बीजेपी सांसद संजय काकड़े को शरद पवार का भी क़रीबी माना जाता है।http://www.upkiran.org