तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी पार्टियों की एकता अपने आप आकार ले लेगी। हालांकि, वह नेतृत्व की भूमिका निभाने के सवालों को टाल गई।
बंगाल विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी के शानदार जीत हासिल करने के बाद बनर्जी (Mamata Banerjee) पहली बार राष्ट्रीय राजधानी आई हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इसे प्रोटोकॉल का हिस्सा बताया। बनर्जी ने मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री से मिलने का समय मांगा था…
उन्होंने बताया कि मई में प्रधानमंत्री की बंगाल यात्रा के दौरान उनके साथ बैठक करने की कोई गुंजाइश नहीं थी। बनर्जी (Mamata Banerjee) ने यह भी कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के नाम परिवर्तन का मुद्दा भी उठाया और प्रधानमंत्री से कहा कि यह लंबे समय से लंबित विषय है, जिसका समाधान किया जाना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विपक्षी पार्टियों के साथ क्या उनकी सिलसिलेवार बैठकें करने की योजना है, उन्होंने कहा कि आम चुनाव अभी बहुत दूर है। (Mamata Banerjee)
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, ‘‘हालांकि, इसके लिए योजना पहले बनानी होगी। जैसे कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और त्रिपुरा में चुनाव हैं। जैसे कि त्रिुपरा में हमारे लड़कों के साथ क्या हुआ और दैनिक जागरण का मुद्दा।’’
विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की उनकी कोशिशों के बारे में पूछे जाने पर Mamata Banerjee ने कहा कि यह ‘‘अपने आप’’ हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी एकता स्वाभाविक रूप से, अपने आप हो जाएगी।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा के खिलाफ विपक्ष का नेतृत्व करेंगी, बनर्जी ने कहा , ‘‘देश विपक्ष का नेतृत्व करेगा, हम सब समर्थक हैं।’’
उन्होंने कहा कि संसद का सत्र खत्म होने और कोरोना वायरस महामारी की स्थिति सामान्य होने पर वह सभी विपक्षी सदस्यों से मिलेंगी। अपने इस बयान से उन्होंने यह संकेत दिया है कि उनकी एक और यात्रा जल्द हो सकती है। इस बार उनकी बैठक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जैसी नेताओं के साथ होनी है जिन्होंने उन्हें चाय पर बुलाया है। (Mamata Banerjee)
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