श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे कश्मीर (Kashmir) घाटी में मौजूदा खामोशी को कभी भी शांति समझने की भूल न करें।
सोमवार को पार्टी मुख्यालय में नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक एडवोकेट अब्दुल मजीद मीर के पीडीपी में शामिल होने के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में महबूबा मुफ्ती ने यह बात कही। मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर (Kashmir) घाटी में लोगों को जबरन चुप कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई सरकार के खिलाफ जुबान खोलता है तो पुलिस उसे पकड़ कर ले जाती है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे थे कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से कश्मीर (Kashmir) के हालात में सुधार आएगा। यहां लोगों की स्वतंत्रता पर जो अंकुश लगाया जा रहा है, वह हटाया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार सिर्फ झूठे प्रचार में जुटी है और हालात को सामान्य बता रही है लेकिन घाटी में हालात फिर से बिगड़ रहे हैं। लोगों में असुरक्षा और भय की भावना लगातार बढ़ रही है।
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