चंडीगढ़॥ फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह (Milkha Singh) ने 1956 के मेलबर्न ओलंपिक खेलों में 200 और 400 मीटर मुकाबले में हिंदुस्तान की नुमाइंदगी की। सन् 1958 में मिल्खा सिंह ने कटक में आयोजित भारतीय राष्ट्रीय खेलों में 200 और 400 मीटर दौड़ में रिकॉर्ड स्थापित किया और इसी फॉर्मेट में एशियाई खेलों में सोने का तमगा जीता।
इसी वर्ष मिल्खा सिंह ने ब्रिटिश एंपायर के कॉमनवेल्थ खेलों में 400 मीटर दौड़ को रिकॉर्ड तोड़ समय में जीतकर सोने का तमगा प्राप्त किया। इस उपलब्धि के चलते मिल्खा सिंह आजाद भारत के पहले सोने का तमगा वाले खिलाड़ी बने।
मिल्खा सिंह के बाद विकास गोंडा ने वर्ष 2014 में सोने का तमगा जीता था। वर्ष 1962 में जकार्ता शियाई खेलों में मिल्खा सिंह ने 400 मीटर और 400 मीटर रिले रेस में भी सोने का तमगा जीता था। उन्होंने वर्ष 1964 में टोक्यो ओलंपिक खेलों में भी हिस्सा लिया।