भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है, वहीँ सरकार को इसको सीधे तौर पर मनाने से इंकार कर रही है, वहीँ अभी कुछ दिन पहले ही आईएमएफ ने भारत की जीडीपी का आंकलन कम कर एक बड़ा झटका दिया था. वहीँ अब इसको लेकर कहा है कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था फिर से तेजी के रास्ते पर चलने को तैयार है।
आपको बता दें कि ब्रिटेन जनवरी के आखिर तक यूरोपीय संघ से अलग हो जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कहा चीजें एक बार फिर से बेहतर होने लगी हैं और अब अर्थव्यवस्था यहां से तेजी से आगे बढ़ने की तैयारी में है। गोयल ने कहा कि भारत में निवेश करने को लेकर निवेशकों में काफी उत्साह है। जिसके बाद से अर्थव्यवस्था को बढ़ाव मिल सकता है.
उन्होंने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) समझौते पर कहा कि यह एक असंतुलित व्यापार समझौता था , जो कि आरसीईपी के उन सिद्धांतों पर खरा नहीं उतर रहा था जिनको लेकर आठ साल पहले हमने बात शुरू की थी। उद्योग मंत्री ने कहा कि आरसीईपी देशों में से भारत के जापान और कोरिया समेत आसियान के दस देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते हैं।
हम ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत को खत्म करने के करीब हैं और अगले 6-8 महीने में हम उसके साथ द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी कर सकते हैं। उन्होंने कहा , यदि आरसीईपी मौजूदा स्वरूप में होता तो यह एक तरह से भारत और चीन के बीच मुक्त व्यापार समझौता होता।
मुझे नहीं लगता है कि भारत तब तक इसके लिए तैयार होगा जब तक कि हमें खुली सोच वाली सरकार , अच्छी पारदर्शिता , बेहतर नियामकीय कामकाज और भारतीय उत्पादों एवं सेवाओं को अधिक बाजार पहुंच जैसी चीजें देखने को नहीं मिलती हैं।