New Delhi। संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) में सरकार और विपक्ष के बीच पेगासस जासूसी मामले और नए कृषि कानूनों समेत जनहित के विभिन्न मुद्दों पर जारी गतिरोध जारी है। कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष इन पर चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार चर्चा कराने को जारी नहीं हो रही है। आज भी दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। भारी हंगामे के बीच सरकार ने लोकसभा में एक और बिल पारित करा लिया। इसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
लोकसभा (Monsoon Session) की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर लगातार नारेबाजी करने लगे। इससे नाराज पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने पहले तो हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट अपर बैठने का आग्रह किया, उनके न माने पर उन्होंने कहा कि यह अस्वीकार्य है। आप ऐसा कुछ मत कीजिए जिससे आसन को आपके विरुद्ध कार्रवाई करनी पड़े।
आज सत्र (Monsoon Session) प्रारंभ होने के पहले कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम पहले पेगासस पर चर्चा करना चाहते हैं और हम किसानों के मुद्दे, महंगाई, पेट्रोल-डीजल की कीमतों और दूसरे मुद्दों पर भी चर्चा करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए सभी विपक्षी पार्टियां भी सहमत हैं, लेकिन सरकार चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि गत 19 जुलाई से शुरू संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) में सरकार की हठधर्मिता और विपक्ष के हंगामे के चलते अभी तक भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हो सकीय है। सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध बरकरार है। मंगलवार को भी पेगासस मामले और किसी कानूनों समेत कुछ अन्य मुद्दों को लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने दोनों सदनों में हंगामा किया था।