540 से ज्यादा जवानों की मौत- इन देशों के बीच छिड़ा खतरनाक युद्ध, हुईं सैकड़ों जिंदगियां बर्बाद

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नई दिल्ली॥ पूर्वी यूरोप एवं एशिया के मध्य में बसे हुए 2 मुल्कों अजरबैजान तथा आर्मीनिया के मध्य विवादित इलाके नागोरनो-काराबाख को लेकर शुरू हुआ खतरनाक जंग दूसरे दिन 28 सितंबर को भी जारी रही। इसकी चलते भारी संख्या में जनहानि हुई है।

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दोनों ही मुल्कों ने एक-दूसरे पर टैंकों, तोपों तथा मिसाईलें से घातक हमले करने का इल्जाम लगाया है। बताया जा रहा है कि इस युद्ध में अब तक 81 से अधिक लोगों की मौत हो गई है एवं सैंकड़ों लोग जख्मी हैं। उधर, जैसे-जैसे ये लड़ाई तेज होती जा रही है, वैसे-वैसे रूस एवं नाटो देश के तुर्की के इसमें कूदने का संकट मंडराने लगा है। जिससे हालात और अधिक बिगड़ सकते हैं।

जानकारी के मुताबिक अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि आर्मीनियाई बलों ने सोमवार सुबह टारटार शहर पर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं, आर्मीनिया के अफसरों ने बताया कि कि लड़ाई रातभर जारी रही और अजरबैजान ने सुबह के वक्त घातक हमले शुरू कर दिए। दोनों ही ओर से टैंक, तोपों, ड्रोन और फाइटर जेट से हमले किए जा हरे हैं। अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने इंटरफैक्स समाचार एजेंसी को सोमवार को बताया कि लड़ाई में आर्मीनिया के 540 से ज्यादा फौजी मारे गए हैं।

दिए गए कर्फ्यू के आदेश

इन सभी के चलते आर्मीनिया के अफसरों ने इस दावे को खारिज किया है। आर्मीनिया ने ये दावा भी किया कि अजरबैजान के 4 हेलिकॉप्टरों को मार गिराया गया। जिस क्षेत्र में आज सुबह युद्ध शुरू हुआ, वो अजरबैजान के अंतर्गत आता है मगर यहां पर 1994 से ही आर्मीनिया द्वारा समर्थित बलों का कब्जा है। इस खतरे को देखते हुए अजरबैजान के कुछ इलाकों में मार्शल लॉ लगाया गया है तथा कुछ मशहूर शहरों में कर्फ्यू के आदेश भी दिए गए हैं।

 

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