भोपाल, 07 सितम्बर । मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या के मामले में राजनीति तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ इन दिनों लगातार प्रदेश में किसान आत्महत्या मामले को लेकर सरकार पर हमला बोल रहे हैं। कमलनाथ सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर किसानों को मुआवजा नहीं देने का आरोप लगाते हुए इसे किसान आत्महत्या का प्रमुख कारण बता रहे हैं। सोमवार को एक बार फिर कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है।
कमलनाथ ने सोमवार को ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा ‘प्रदेश में अतिवर्षा व बाढ़ से फसल खराब होने से, मुआवजे के अभाव में किसान भाइयों का आत्महत्या का दौर निरंतर जारी है। सिहोर, निवाड़ी, विदिशा, छिन्दवाड़ा के बाद अब देवास जिले के खातेगाँव व सिवनी जिले के बंडोल में भी किसान भाइयों ने फसल खराब होने पर, मुआवजे के अभाव में आत्महत्या की। आखिर नींद से कब जागेगी सरकार?’
गौरतलब है कि इससे पहले रविवार को भी कमलनाथ ने ट्वीट कर किसान आत्महत्या मामले पर चिंता जताते हुए सरकार पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में अतिवर्षा व बाढ़ से फसल खराब होने से किसान भाइयों का आत्महत्या का दौर निरंतर जारी। सिहोर, निवाड़ी, विदिशा के बाद अब छिन्दवाड़ा में भी एक किसान ने फसल खराब होने पर, मुआवज़े के अभाव में की आत्महत्या।
सरकार की तरफ से फसल खराब होने पर अभी तक कोई मुआवजा प्रदान नहीं, कोई राहत नहीं, मुख्यमंत्री का बाढ़ पर्यटन जारी, झूठे भाषण, झूठी घोषणाएँ जारी, प्रभावितों को अभी तक कुछ राहत नहीं। सीहोर के मृतक किसान को तो पूरी सरकार मानसिक रोगी बताने में लगी रही, अब इन अन्य मृत किसानों की मौत को लेकर सरकार क्या कहेगी? आखिर कब सच्चाई स्वीकारेगी?