Mukhtar Ansari पर योगी सरकार बनते ही फिर शिकंजा कसना शुरू, अब इस मामले में एक महिला डॉक्टर समेत दो लोग गिरफ्तार

img

लखनऊ, 29 मार्च। यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) पर योगी सरकार लगातार शिकंजा कस रही है। पंजाब से बांदा जेल लाने वाले एंबुलेंस के फर्जी पंजीकरण के प्रकरण में बड़ी कार्रवाई हुई है। मामले में आरोपी श्याम संजीवन हॉस्पिटल की संचालिका अलका राय और उनके भाई शेषनाथ राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी मंगलवार सुबह चार बजे हुई। बाराबंकी पुलिस भाई बहन को लेकर रवाना हो गई है। दोनों पर मुख्तार को अवैध एंबुलेंस मुहैया कराने का आरोप है।

Mukhtar Ansari and Yogi

आपको बता दें कि मामले में डॉ. अलका लगभग आठ महीने जेल में थी। दोनों पर गैंगेस्टर एक्ट तहत केस दर्ज किया और गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले सोमवार को इसी मामले में मुख्तार समेत 12 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। इनमें मऊ, गाजीपुर, लखनऊ और प्रयागराज जिले के लोग हैं।

पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स ने बताया कि जिलाधिकारी ने मंजूरी दे दी और अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ दूसरा मामला रविवार को नगर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज किया गया। अधिकारियों ने कहा कि पंजाब की जेल में बंद होने के दौरान अंसारी को अदालत जाने के लिए एक निजी एम्बुलेंस का उपयोग करते हुए पाया गया था। इस एम्बुलेंस को बाराबंकी के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) कार्यालय में 21 मार्च, 2013 को पंजीकृत किया गया था।

जालसाजी का मामला दर्ज

31 मार्च 2021 को मामला प्रकाश में आने पर कोतवाली नगर पुलिस ने मऊ के श्याम संजीवनी अस्पताल की प्रबंधक डॉक्टर अलका राय के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज किया। जांच के दौरान उन्हें पता चला कि एम्बुलेंस झूठे पते पर पंजीकृत थी। वत्स ने बताया कि एंबुलेंस मामले में पुलिस ने फर्जीवाड़े का पहला मामला 2 अप्रैल 2021 को दर्ज किया और करीब तीन महीने बाद सभी आरोपियों के खिलाफ 4 जुलाई 2021 को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की।

बता दें कि मुख्तार को सोमवार सुबह बांदा जेल से कोर्ट में सुनवाई के लिए एंबुलेंस से लखनऊ लाया गया। काफिला कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ रवाना हुआ। हालांकि, रास्ते में एक पुलिस वाहन खराब हो गया और उसे ठीक करने के लिए एक मैकेनिक को बुलाना पड़ा।

रविवार को जब मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को लखनऊ लाने की तैयारी की जा रही थी, तो उनके वकील काजू शबीउर रहमान ने बांदा के जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि उनके मुवक्किल को खराब स्वास्थ्य के कारण अदालत में पेश नहीं किया जाए। हालांकि, उन्हें फिर भी शिफ्ट कर दिया गया है। इससे पहले बांदा जेल में रविवार देर रात मेडिकल चेकअप किया गया।

ये भी पढ़े-

Mafia Mukhtar Ansari को लखनऊ शिफ्ट करने की तैयारी! एंबुलेंस में जेल से निकाला गया बाहर

Related News