नरबलि: संतान की चाह में पहले संबंध बनाया, फिर कर दी हत्या, वीडियो कॉल पर मंत्र पढ़ता रहा तांत्रिक

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भोपाल। ग्वालियर में संतान की चाह में नरबलि का सनसनीखज मामला सामने आया है। यहां एक  युवक ने पहले कालगर्ल से संबंध बनाया फिर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना का खुलासा होने के बाद पता चला कि आरोपियों ने इसके पहले भी एक कॉलगर्ल की हत्या की है। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे लोग दुर्गाष्टमी की रात में भी मुरैना के बीहड़ में एक और कॉलगर्ल की बलि दे चुके हैं और दूसरी बलि शरद पूर्णिमा की रात को दी थी। कॉलगर्ल को मारने से पहले मुख्य आरोपी नीरज दोनों से बनाया था संबंध। आरोपियों ने सात दिन के भीतर दो हत्याओं की बात को भी स्वीकार किया।

NARBALI

मामला उस वक्त उजागर हुआ जब हत्या के बाद आरोपी नीरज परमार शव को ठिकाने लगाने के लिए बाइक पर उसे लादकर गांव से बाहर की ओर से ले जा रहा तभी शव फिसलकर नीचे गिर गया और ग्रामीणों ने उसे देख लिया। जानकारी के मुताबिक 21 अक्टूबर की सुबह मुरैना रोड पर एक कालेज के पास एक महिला का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। उसकी गर्दन पर चोट के निशान मौजूद थे। महिला की पहचान हजीरा की रहने वाली आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा (40 साल) के रूप में की गयी थी।

पुलिस ने इस मामले में  मोतीझील की ममता, उसके पति बेटू भदौरिया, बेटू की बहन मीरा राजावत, मीरा का पुरुष दोस्त नीरज परमार और तांत्रिक गिरवर यादव को अरेस्ट किया था। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ममता और बेटू की शादी के 18 साल हो गए थे लेकिन उन्हें बच्चे नहीं हो रहे थे जिस पर तांत्रिक ने उन्हें मानव बलि देने की सलाह दी थी। पुलिस की पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि पहली बलि 13 अक्टूबर यानी दुर्गाष्टमी के दिन नीरू नाम की कालगर्ल की दी गयी थी।

उन्होंने बताया कि मास्टरमाइंड नीरज परमार ने पहले नीरू के साथ संबंध बनाया फिर उसकी हत्या कर दी थी। हत्या से पहले नीरू ने शराब पी ली थी जिस पर तांत्रिक इस बलि को खंडित बताकर दूसरी बलि देने को कहा था। इसके बाद उन्होंने आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्र नाम की कॉल गर्ल को पकड़ा गया उसकी शरद पूर्णिमा के दिन बलि दी गई। मोतीझील में बेटू भदौरिया की छत पर उसके साथ संबंध बनाए फिर गला घोंट दिया। जिस समय वह उसकी हत्या कर सिंदूर लगा रहा था तो उस समय तांत्रिक अपने घर से मोबाइल के जरिए मंत्रों का उच्चारण कर रहा था।

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