किसे देना है कौन सा विभाग, यह तय करने का अधिकार गोविंद सिंह को नहीं- नरोत्तम मिश्रा

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नई दिल्ली॥ मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों विभागों के बंटवारे को लेकर सरगर्मी तेज है। मंत्रिमंडल विस्तार होने के चार दिन बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि सिंधिया खेमे के मंत्री अहम पद चाहते हैं जिसे लेकर सीएम शिवराज को बातचीत करने दिल्ली आलाकमान के पास जाना पड़ा।

वहीं कांग्रेस भी लगातार निशाने साध रही है। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता तो यह आरोप तक लगा चुके हैं कि सिंधिया समर्थक किसी भी मंत्री को राजस्व विभाग न सौंपा जाए क्योंकि सिंधिया सरकारी जमीनों पर कब्जा करते हैं। गोविंद सिंह के आरोपों पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।

सोमवार का मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री मिश्रा ने कहा कि गोविंद सिंह जब मंत्री बने थे तक वे खुद अपना विभाग तय नहीं कर पाए थे, वो भाजपा को सलाह कैसे दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में किस को, कौन से विभाग दिये जायें ये गोविंन्द सिंह नहीं तय कर सकते।

वहीं विभागों कि बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर मंत्री मिश्रा ने कहा कि विभागों को लेकर कोई खींचातानी नहीं है, ज़रूरी समय लगता है। उन्होंने कहा कि भाजपा में सबसे चर्चा होती है, सबको साथ लेकर चलते हैं। यह सीएम का विशेष अधिकार है, वो अपने विवेक से निर्णय करेंगे।

कांग्रेस में उपचुनाव को लेकर चल रही बैठकों पर तंज कसते हुए मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सब एयर-कंडिशन कमरों में काम करते हैं, जनता के बीच नहीं जाते। उन्होंने कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि24 सीटों पर कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ही नहीं घूमे हैं तो स्थिति कैसे बता पाएंगे।

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