लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए गुरू गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्का हेतु आगामी 30 सितम्बर तक प्रस्ताव आमंत्रित किये हैं। गुरू गोविन्द सिंह जी के जन्म दिवस (5 जनवरी) के अवसर पर मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय एवं राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में सर्वोत्कृष्ट कार्य करने वाले महानुभाव को सम्मानित किया जायेगा। पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये की धनराशि एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा।
यह जानकारी प्रमुख सचिव, राष्ट्रीय एकीकरण, जितेन्द्र कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को इस पुरस्कार के मापदण्डों को पूरा करने वाले पात्र महानुभावों के प्रस्ताव प्रारूप में स्पष्ट आख्या एवं संस्तुति सहित शासन को प्रत्येक दशा में 30 सितम्बर, 2021 तक उपलब्ध कराने की अपेक्षा की गई है।
साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जिन महानुभावों का प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराया जाये, उनके सम्बन्ध में जिलाधिकारी व पुलिस प्रशासन की संयुक्त आख्या में व्यापक जॉच कर तथ्यात्मक विवरण अभिलेखीय साक्ष्यों सहित प्रमाण-पत्र अंकित किया जाय। प्रमुख सचिव ने बताया कि गुरू गोविन्द सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार हेतु अर्हताएं भी निर्धारित की गई है।
इसके तहत आवेदनकर्ता का भारत का मूल नागरिक होना चाहिए। उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा के भीतर पुरस्कार पर विचार किये जाने के वर्ष में सामान्यतया निवास करता रहा हो तथा उनके द्वारा मानवाधिकार, सामाजिक न्याय व राष्ट्रीय एकीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया गया हो। इसके अतिरिक्त आवेदनकर्ता को गुरू गोविन्द सिंह, राष्ट्रीय एकता पुरस्कार योजना के अधीन पूर्व में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कार न दिया गया हो, वे महानुभाव इस पुस्कार के लिए पात्र होंगे।