उत्तराखंड में फिर प्राकृतिक आपदा, टूटा ग्लेशियर, सेना ने बचाई 291 लोगों की जान

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चमौली। कोरोना के कहर के बीच उत्तराखंड में चमौली के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सुचना है। जानकारी के अनुसार भारत-चीन सीमा के पास स्थित नीती घाटी के सुमना क्षेत्र में आईटीबीपी बटालियन की पोस्ट के पास यह घटना हुई है। भारतीय सेना ने ग्लेशियर टूटने के बाद जोशीमठ के सुमना इलाके में बने बीआरओ कैंप में फंसे 291 लोगों को बचा लिया है। अभी तक 2 शव बरामद किए गए हैं। सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एलर्ट जारी कर दिया है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने ट्वीट कर कहा है कि नीती घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। इस संबंध में मैंने एलर्ट जारी कर दिया है। मैं निरंतर जिला प्रशासन और बीआरओ के सम्पर्क में हूँ। जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दे दिए हैं। तीरथ सिंह रावत ने कहा की एनटीपीसी समेत अन्य सभी परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के निर्देश दिए हैं।

सीएम तीरथ सिंह रावन ने कहा है की गृह मंत्री अमित शाह ने नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना का तत्काल संज्ञान लिया है और उन्होंने उत्तराखंड को पूरी मदद देने का आश्वासन दिया है और आईटीबीपी को सतर्क रहने के निर्देश भी दिये है। बताते चलें कि इस इलाके में आबादी नहीं है और सिर्फ सेना की ही आवाजाही रहती है।

जानकारी के मुताबिक़ पिछले कुछ दिनों से पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। चमोली में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित सुमना-2 के पास भारी बर्फबारी के कारण ही ग्लेशियर टूटा है। बर्फबारी की वजह से रेस्क्यू टीम को मदद करने में देरी हो रही है। उल्लेखनीय यही कि गत फरवरी माह में भी चमोली में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आने से सैकड़ों लोग लापता हो गए थे।

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