कैमूर। पुसौली रेलवे स्टेशन के पास आज शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। यहां टूटी पटरी पर हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को आता देख ग्रामीणों ने लाला गमछा दिखा कर ट्रेन को रुकवाया। ग्रामीणों की इस सतर्कता से सैंकड़ो यात्रियों की जान बच गयी।
जानकारी मिली है कि पंडित दीनदयाल और गया रेलखंड के बीच पुसौली रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बच गई।
बताया जाता है कि ट्रेन अपलाइन में गया की तरफ से पंडित दीनदयाल रेलवे जंक्शन की तरफ जा रही थी तभी पुसौली रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर पश्चिम कुदरा थाना क्षेत्र के घटांव गांव के दो किसान अपलाइन का रेलवे ट्रैक पकड़कर अपने खेतों की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान दोनों किसानों की नजर रेलवे ट्रैक की टूटी पटरी पर पड़ी और उन्हें बड़े हादसे का अंदेशा हो गया। दोनों किसान जब तक पटरी टूटने की सूचना पुसौली स्टेशन मास्टर को देते तब तक सिग्नल ग्रीन हो गया। ग्रीन सिंग्नल होते ही चंद मिनटों में ही अपलाइन से हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस आ गई।
ट्रेन को टूटी पटरी की तरफ आता देख किसान प्रेमचंद राम और राम प्रवेश ने अपने पास मौजूद लाल गमछा दिखाकर ट्रेन चालक की तरफ ट्रेन रोकने का इशारा करने लगे. जैसे ही चालक की नजर दोनों किसानों पर पड़ी उसने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी,जिससे बड़ा हादसा टल गया। इसके बाद घटना की सूचना स्टेशन मास्टर को इसकी दी गई. मौके पर पीडब्ल्यूआई की टीम ने पहुंचकर पटरी की मरम्मत की। इसके बाद हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस को करीब 45 मिनट के देर से दूसरी लाइन से रवाना किया गया। वहीं, स्टेशन मास्टर ने ग्रामीणों की तत्परता देख माला पहनाकर मिठाई खिलाकर सम्मानित किया।