अंबेडकर नगर। मंगलवार की रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिन के लिए लाकडाउन की घोषणा किए जाने के बाद बुधवार की सुबह पहले दिन जिला मुख्यालय पर मुख्य मार्ग तो सूना रहा लेकिन पुराने तहसील तिराहे पर लोगों की भीड़ गप्पे मारती देखी गई। सुबह 8 बजे तक बस स्टेशन, पुराने तहसील तिराहे सहित अन्य स्थानों पर पुलिस नदारद देखी गई।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लोगों से हाथ जोड़कर घर के अंदर रहने और सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल करने की विनती की गयी थी लेकिन लोगों में उसका असर प्रभावी होता नही दिख रहा था। हालांकि बड़ी संख्या में लोग घर के अंदर ही रहे लेकिन कहीं-कहीं पर समाज के दुश्मन मटरगश्ती करते हुए देखे गए। हद तो तब हो गई जब वे एकदम नजदीक खड़े होकर आपस में बात कर रहे थे।
सार्वजनिक रूप से लोगों को इस तरह की बात करते देख ऐसा प्रतीत हुआ कि उन्हें प्रशासन का कोई डर नहीं है। जिला मुख्यालय के कई मोहल्लों में दिनभर लोगों का आवागमन जारी रहा। मोहल्लों में एक भी बार पुलिस की गाड़ियां दोपहर तक नहीं दिखाई दी। शहजादपुर सब्जी मंडी में लोगों की भारी भीड़ देखी गई। बीच आबादी के बीच स्थित इस मंडी में ना तो कोई अधिकारी पहुंचा और ना ही कोई कर्मचारी। लोग आराम से भीड़ के बीच सामान बेचने व खरीदने में जुटे रहे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि ऐसी ही स्थिति बनी रही तो कोरोना से जंग लड़ने का सरकार का सपना साकार नहीं हो सकता। उन्होंने प्रशासन से सब्जी मंडी को किसी अलग स्थान पर शिफ्ट किए जाने की मांग की है । इसके साथ ही भट्ठा मालिकों द्वारा भी लाक डाउन का इमानदारी के साथ पालन नहीं किया जा रहा है।
भठ्ठो पर स्थित ट्रैक्टर से ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से ईंट पहुंचाया जा रहा है। साफ है कि जब तक प्रशासन ऐसे लोगों के विरूद्ध सख्त कदम नहीं उठाता तब तक सरकार की मंशा सफल नहीं हो पाएगी।