उत्तर प्रदेश॥ दिग्गज जाट नेताओं में शुमार चौधरी अजित सिंह की मृत्यु की खबर से पश्चिमी यूपी में उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) चीफ चौधरी अजित सिंह का गुरुवार सुबह निधन हो गया। वे कोविड-19 महामारी से संक्रमित हो गए थे और गुरुग्राम के एक प्राईवेट हॉस्पिटल में उनका उपचार चल रहा था। इसी बीच आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर चौधरी अजीत सिंह अपने पीछे कितनी प्रापर्टी छोड़ गए हैं।
2019 में इलेक्शन कमीशन को दिए एफिडेविट के मुताबिक उनके पास 47,349 रुपए कैश था। वहीं उन्होंने बैंकों और दूसरे फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस में 12,00,399 रुपए जमा कराए हुए थे। बांड, डिबेंचर्स और शेयर्स में उन्होंने 97,25,573 रुपए का निवेश किया हुआ था। 42,15,615 रुपए व्यक्तिगत ऋण भी था।
यानी उनके पास 1,51,88,936 रुपए चल संपत्ति के रूप में भी। ना तो उनके पास खुद की गाड़ी थी। ना ही उनके पा सोने और चांदी के जेवर ही थे। उनके नाम पर कोई LIC पॉलिसी भी नहीं थी। ना ही उन्होंने किसी सरकारी योजना में निवेश किया हुआ था। वहीं चौधरी अजीत सिंह के नाम पर दिल्ली के भिकाजी कामा पैलेस के पास एक फ्लैट भी है। जिसकी किमती लमसम छः करोड़ रुपए है।
जानकारी के मुताबिक उनके अपने गांव छपरौली और पश्चिमी यूपी के गाजियाबाद मुजफ्फरनगर, टप्पल, अमरोहा, ग्वालियर, और छत्तीसगढ़ में कई एकड़ में एग्रीकल्चर लैंड है। जिनकी किमती 9 करोड़ रुपए आंकी जाती है।