न सैलरी और न ही कोई पेंशन, फिर भी ममता बनर्जी ने राहत कोष में दिए इतने रुपए

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नई दिल्ली ।। CORONA का खौफ बहुत तेजी से बढ़ रहा है। हिंदुस्तान में इस वायरस की चपेट में 1400 से ज्यादा लोग आ चुके हैं और अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार से लेकर हर कोई अपना योगदान दे रहा है। राजनीतिक दलों के नेता भी इस लड़ाई के विरूद्ध एकजुट हो रहे हैं। इसी कड़ी में वेस्ट बंगाल की सीएम बनर्जी ने प्रधानमंत्री राहत कोष और राज्य आपदा कोष में 5-5 लाख रुपए दिए हैं।

सबसे बड़ी बात यह है कि सीएम ना तो सैलरी लेती हैं और न ही किसी तरह की कोई पेंशन। इसके बावजूद उन्होंने जो पैसे अपने पास जोड़कर रखे थे, उसमें से उन्होंने दान किए हैं। ममता बनर्जी ने ट्वीट करते लिखा कि मैं अपने सीमित संसाधनों में से ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएम-केअर्स) में पांच लाख रुपए और राज्य आपात राहत कोष में पांच लाख रुपए का योगदान दे रही हूं। उन्होंने कहा कि उनकी कमाई का मुख्य स्रोत उनके रचनात्मक कार्य हैं। उन्हें किताबों और म्यूजिक की रॉयल्टी से जो पैसे मिलते हैं, वही उनकी कमाई का जरिया है।

ममता बनर्जी ने कहा है कि CORONA के विरूद्ध देश की जंग में वह अपनी तरफ से 10 लाख का योगदान दे रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वो विधायक या मुख्यमंत्री के रूप में कोई सैलरी नहीं लेती और सात बार सांसद रहने के बावजूद पेंशन नहीं लिया। गौरतलब है कि वेस्ट बंगाल में भी CORONA का मामला काफी तेजी से बढ़ रहा है।

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राज्य में अब तक 25 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि चार लोगों की मौत हो चुकी है। CORONA से लड़ाई में सरकार को आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बैंक अकाउंट नंबर जारी कर चुकी हैं। बनर्जी ने कहा था कि कोरोना की वजह से लॉक डाउन है और व्यवसाय बंद है, ऐसी परिस्थितियों में राज्य के खजाने पर दबाव बढ़ गया है। लिहाजा, उन्होंने लोगों से अपील की है कि सहायता के लिए वो आगे आएं।

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