धार्मिक के साथ हाईटेक पर्यटन स्थल के रूप में विश्व भर में नजर आएगा नया अयोध्या

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5 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए शिलान्यास के बाद अयोध्या नगरी भारत ही नहीं विश्व भर में सुर्खियों में छाया हुआ है । अभी तक अयोध्या का नाम प्रभु श्री राम के जन्म स्थल और मंदिर निर्माण के लिए ही याद किया जाता रहा है, लेकिन अब यह शहर अपने हाईटेक पर्यटन स्थल के रूप में भी तैयार होना शुरू हो गया है ।

केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की अयोध्या नगरी को हाईटेक सिटी विकसित करने मैं जुट गई है । वर्ष 2000 में जब से उत्तराखंड राज्य अलग हुआ है तभी से उत्तर प्रदेश में पर्यटन स्थलों कमी आ गई थी । गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में आगरा में ताजमहल, मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि वाराणसी और सारनाथ ही कुछ ऐसे पर्यटन स्थल है देश और विदेशी पर्यटकों की आवाजाही सबसे अधिक रहती है ।

अयोध्या के विकास के लिए भारी भरकम बजट

इसके साथ अयोध्या में भी श्रद्धालु हजारों संख्या में हर दिन आते हैं, लेकिन अब अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण शुरू होने से यह धार्मिक नगरी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि विश्व भर में ‘पर्यटन हब’ बनने की तैयारी कर रही है । मंदिर के चारों तरफ थियेटर बनेगा। यहां भगवान राम पर बनी डॉक्यूमेंट्री, म्यूजियम, फोटो गैलरी, पूजा के लिए हॉल, एक बड़ा फूड कोर्ट होगा। अयोध्या के विकास के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भारी भरकम बजट प्रस्तावित किया है ।

यहां हम बता दें मंदिर निर्माण के शिलान्यास के समय पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा था कि अयोध्या के विकास में कोई कभी नहीं आने दी जाएगी । यहां भगवान राम की सबसे बड़ी मूर्ति लगाने का भी प्लान है, जिसको लेकर काम शुरू हो गया है । यह राम की मूर्ति सबसे बड़ी होगी, जिसकी ऊंचाई 251 मीटर होगी।

इसके अलावा प्रभु श्री राम का मंदिर भी विश्व में सबसे आकर्षण बनाए जाने का प्लान तैयार किया है । इसके अलावा यहां क्वीन हो मेमोरियल, डिजिटल म्यूजियम, इन्टरप्रिटेशन सेंटर, रामलीला संकुल, रामकथा गैलरी, ऑडिटोरियम समेत कई योजनाओं पर काम शुरू हो चुका है । यही नहीं इसके सरयू नदी के तट पर भी हाईटेक होटल भी बनाए जाएंगे, जिससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को रात में रुकने में कोई परेशानी नहीं होगी ।

शासन और प्रशासन ने अयोध्या को भव्य रूप देने का काम हुआ शुरू–

पीएम नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास के बाद उत्तर प्रदेश शासन और प्रशासन अयोध्या को भव्य रूप देने में जुट गया है । यह मोदी ने शिलान्यास के समय अपने संबोधन में कहा था यह धार्मिक नगरी इकोनामी के रूप में भी आने वाले समय में देशभर में महत्वपूर्ण योगदान देगी । उसके बाद से ही इस पर तेजी के साथ अमल होना शुरू हो गया है ।

प्रशासन के अधिकारियों ने अयोध्या को सजाने संवारने के लिए फाइलों को खंगालना शुरू कर दिया है । श्रीराम मंदिर की भव्यता के अनुरूप नगरी को सुंदर और व्यवस्थित बनाने की कार्य योजना में नगर निगम और विकास प्राधिकरण जुट गए हैं। अधिकारियों में इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए भागदौड़ दिखते लगी है ।रामनगरी के विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं में स्मार्ट सिटी और नव्य अयोध्या की योजना को जमीन पर उतारने की कवायद जोर पकड़ चुकी है ।

अयोध्या को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाना है। ऐतिहासिकता, हेरिटेज के साथ आधुनिक होटल, आवास, विद्यालय, सड़कें, तकनीक से सुसज्जित कई सुविधाएं, आधुनिक उद्यान, ट्रैफिक, पुलिस व्यवस्था आदि की स्थापना की जानी है। इस योजना पर लगभग 250 करोड़ रुपये खर्च किया जाना है। इस योजना के पीछे शासन की मंशा अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर की नगरी के रूप में विकसित करने की है।

अयोध्या का नया आधुनिक चेहरा कुछ इस प्रकार होगा—

रामनगरी के समानांतर नव्य अयोध्या बसाने की भी योजना है। 700 एकड़ की इस योजना को लेकर अभी जमीनी तैयारी चल रही है। यह नई टाउनशिप होगी। यह नगरी अयोध्या का आधुनिक चेहरा होगी और विदेशी पर्यटकों को केंद्र में रखते हुए बसाई जाएगी। पर्यटकों को रामनगरी के धर्मस्थलों की सैर कराने के लिए नगर निगम ने सिटी वॉक योजना बनाई है।

अयोध्या के 84 कोस की सीमा में करीब 60 धार्मिक स्पॉट बनाने का प्रस्ताव है, जो करीब 250 किमी लंबा होगा। यह 10 जिलों को जोड़ेगा। इसके साथ ही अयोध्या के 10 प्रसिद्ध तालाबों की मरम्मत की जाएगी, कई रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे ।अयोध्या के मंदिर के मॉडल पर हाईटेक रेलवे स्टेशन भी बनाया जाएगा। अगले साल तक इसका काम पूरा हो जाएगा।

इस रेलवे स्टेशन को अयोध्या के मंदिर मॉडल पर बनाया जाएगा। इसके अलावा अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट बनाया जाना है। इसके लिए यूपी सरकार ने 200 करोड़ रुपये जारी कर दिया है। राम मंदिर बनने के बाद रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, नई नौकरियां मिलेंगी। जैसे देश के दूसरे मंदिरों के माध्यम से रोजगार मिलता है, उसी तरह यहां भी लोगों को फायदा होगा।

अयोध्या के विकसित होने के साथ उसके पड़ोसी जिलों जैसे गोंडा, बाराबंकी, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, बस्ती में भी विकास नजर आएगा ।अयोध्या में हाईटेक एयरपोर्ट बनने के बाद यहां आने वाले देश और विदेशों से टूरिस्टों की संख्या में बढ़ोतरी होगी।

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