कश्मीर में नई पार्टी की सुगबुगाहट, ये नेता बनाएंगे नया राजनीतिक दल

img

नई दिल्ली॥ घाटी से धारा-370 के हटाए जाने के 6 महीने से अधिक समय बीतने के बाद अब राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है। पंचायत चुनाव भले ही बीते दिनों, स्थगित कर दिए हों, लेकिन नए केंद्र शासित राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

जल्दी ही J&K को एक नया क्षेत्रीय दल मिलने जा रहा है जिसमें कांग्रेस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) से बागी शामिल होंगे। नए दल में पीडीपी के संस्थापकों में से एक और पूर्व डिप्टी सीएम मुजफ्फर हुसैन बेग और उनके साथी व पूर्व वित्त मंत्री अतलाफ बुखारी के अलावा तीनों दलों के कई और बागी नेता शामिल होंगे। रविवार को J&K में पूर्व मंत्री और बांदीपोरा से कांग्रेस के पूर्व विधायक उस्मान मजीद ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बांदीपोरा में रैली की। उस्मान भी इस प्रस्तावित दल का हिस्सा हैं।

उस्मान ने बताया कि कांग्रेस के दिग्गज नेता, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस आने वाले दिनों में नए संगठन का ऐलान करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि यह दल J&K के लिए राज्य का दर्जा और पंचायत इलेक्शन को तत्काल रूप से कराने का मांग करेगा। मजीद ने कहा मैंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और हम कुछ ही दिनों में एक क्षेत्रीय दल के गठन का ऐलान करेंगे। इसमें दिग्गज नेता मुजफ्फर बेग और अलताफ बुखारी भी शामिल हैं।

पढ़िए-भारत आते ही ट्रंप ने सबसे पहले इनके सामने झुकाया सर, पीएम मोदी भी थे मौजूद

उन्होंने बताया J&K से धारा-370 हटाए जाने के बाद पहली राजनीतिक रैली आयोजित की जिसमें 500 से 600 समर्थकों शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस बात की ओर इशारा है कि लोग अब कश्मीर में राजनीतिक गति चाहते हैं। इससे पहले 6 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और इनकी पार्टी के दूसरे नेताओं को पीसीए के अंतर्गत अरेस्ट किया गया है। पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं को रिहा न करने के पीछे सरकार का तर्क है कि वह घाटी में शांति-व्यवस्था बनाए रखना चाहती है। सरकार को डर है कि अगर इन नेताओं को छोड़ा जाता है जो ये घाटी में बड़े विरोध प्रदर्शन को उकसा सकते हैं।

Related News