New Year 2020: नए साल की सफर इन जगहों से शुरू करिए, शानदार होगा साल

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साल 2020 आने में कुछ दिन ही बाकी रह गया है. जिसके लिए लोगों ने तयारी करनी शुरू कर दी है. आपको बता दें कि नये साल पर परिवार और दोस्‍तों के साथ घूमने के लिए येे जगहें बिल्‍कुल परफेक्‍ट हैं। गोवा के अलावा भी कई विकल्‍प मौजूद हैं नये साल का जश्‍न मनाने के लिए. देश में नये साल की छुट्टियां मनाना हो, तो आमतौर पर लोगों की लिस्ट में गोवा सबसे ऊपर होता है। इस दौरान यहां काफी भीड़ होती है लेकिन जो लोग सुकून के साथ नये साल की छुट्टियां मनाना चाहते हैं, उनके लिए ये जगहें शानदार साबित हो सकती हैं।

पुड्डुचेरी

यह खूबसूरत होने के साथ शांत इलाका है। यहां फ्रांस के शासकों ने वर्षों तक शासन किया था, इसलिए यहां आने के बाद आपको अहसास होगा कि आप फ्रांस के प्रभाव वाले किसी एरिया में आ गए हों। खूबसूरती के साथ सजे गार्डन, चर्च, ऐतिहासिक इमारतों के साथ-साथ यहां की साफ और चौड़ी सड़कें आपको आकर्षित करेंगी। वैसे, यहां की हरियाली और संस्कृति का कोई जवाब नहीं है। बीचेज के किनारे नारियल के पेड़, फिशिंग विलेज के अलावा, श्री अरबिंदो आश्रम, ऑरोविले शहर, गांधीजी की मूर्ति, मातृ मंदिर, फ्रांसीसी युद्ध स्मारक, जोसफ फ्रेंकोअस डुप्लीक्स की मूर्ति, आर्क केजोन की मूर्ति आदि सैलानियों के लिए देखने लायक जगहें हैं।

मैक्लोडगंज

चारों तरफ पहाड़, घने जंगल और प्रकृति की ऐसी खूबसूरती जिस पर से नजर हटाने का मन न करें, ऐसी ही एक जगह है मैक्लोडगंज। शहर के शोरगुल से दूर शांत वादियों में प्रकृति के बीच नये साल की शुरुआत करने वालों के लिए इस जगह से अच्छा और क्या हो सकता है। धर्मशाला से इसकी दूरी बहुत ज्यादा नहीं है। यहां पर तिब्बती संस्कृति का असर भी देखने को मिलता है। दलाई लामा के मंदिर के साथ-साथ तिब्बत म्यूजियम देखने लायक जगह है। कश्मीर की तरह यहां भी डल झील है, जो मैक्लोडगंज से करीब दो किमी. की दूरी पर है।

कुर्ग

इस जगह की प्राकृतिक खूबसूरती ऐसी है कि इसे भारत का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। यह कर्नाटक में स्थित है। यहां की शांति और कुदरत के अनुपम सौंदर्य के बीच नये साल की छुट्टियां यादगार हो सकती हैं। घूमने के लिए कई सुंदर पर्यटक स्थल मौजूद हैं। राजा सीट पार्क का अपना एक अलग आकर्षण है। यहां से हरी-भरी घाटी और धुंध में छिपे पहाड़ों का सौंदर्य देखते ही बनता है। कुशाल नगर में प्रसिद्ध तिब्बती मोनेस्ट्री की सैर के बाद आप धार्मिंक क्षेत्र इरूप्पू भी देख सकते हैं। यहां लक्ष्मणतीर्थ नदी बहती है। कहा जाता है कि सीता को ढूंढ़ते हुए राम और लक्ष्मण यहां से गुजरे थे।

गंगटोक

नये साल में घूमने की योजना में सिक्किम की राजधानी गंगटोक को भी शामिल कर सकते हैं। यह शहर ऐतिहासिक मठों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए मशहूर है। रानीपुल नदी के तट पर बसे इस शहर से बर्फ से ढकी कंचनजंगा श्रेणी को देखना रोमांचित कर सकता है। ऐसा लगता है, जैसे पर्वत आकाश से सटा हुआ है और हल पल अपना रंग बदल रहा हो। यहां का मौसम काफी मनमोहक होता है। बौद्ध मठ और स्तूप के कारण यहां आकर आपको बिल्कुल एक अलग-सा अहसास होगा। गणेश टोक, हनुमान टोक, इनहेंची मठ, ऑर्चिड अभयारण्य, टिसुक ला खंग, ताशि व्यू प्वांइट देखने लायक जगह हैं। रुमटेक भी देख सकते हैं, जो काफी पुराना मठ है।

जैसलमेर

थार मरुस्थल में बसा राजस्थान का जैसलमेर शहर भी नये साल की छुट्टियां मनाने के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। इस दौरान यहां का मौसम भी सुहाना होता है। इसे हवेलियों और झरोखों की नगरी भी कहा जाता है। संकरी गलियों वाले जैसलमेर के ऊंचे-ऊंचे भव्य आलीशान भवन और हवेलियां सैलानियों को मध्यकालीन राजशाही की याद दिलाती हैं। शहर इतने छोटे क्षेत्र में फैला है कि सैलानी यहां पैदल घूमते हुए मरुभूमि के इस शहर को आसानी से निहार सकता है।

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