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Up Kiran, Digital Desk: न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के लिए हुए चुनाव में इस बार मतदाताओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया है और रिकॉर्ड संख्या में वोट डाले हैं। मंगलवार, 4 नवंबर 2025 को हुए इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी का मुकाबला पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्योमो से था, जो एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में थे। इस हाई-प्रोफाइल मुकाबले ने शहर के लोगों को बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों तक खींचा।

शहर के चुनाव बोर्ड के अनुसार, इस बार का मतदान प्रतिशत पिछले कई मेयर चुनावों के मुकाबले काफी ज़्यादा रहा। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें देखी गईं, जो देर शाम तक जारी रहीं। विश्लेषकों का मानना है
कि इस रिकॉर्ड तोड़ मतदान के पीछे दो मुख्य कारण हैं। पहला, ज़ोहरान ममदानी की उम्मीदवारी ने शहर के युवा, प्रगतिशील और अप्रवासी मतदाताओं को गोलबंद किया। दूसरा, एंड्रयू क्योमो की वापसी ने उन मतदाताओं को भी सक्रिय कर दिया जो या तो उनके समर्थक थे या फिर उनके मुखर विरोधी।

एक चेहरा बनाम एक अनुभवी नेता

यह चुनाव दो बिल्कुल अलग विचारधाराओं और राजनीतिक शैलियों के बीच की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा था। एक तरफ 34 वर्षीय ज़ोहरान ममदानी थे, जो खुद को एक लोकतांत्रिक समाजवादी बताते हैं और किफायती आवास, मुफ्त सार्वजनिक परिवहन और पुलिस सुधार जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रहे थे। उनकी अपील मुख्य रूप से युवाओं और कामकाजी वर्ग के मतदाताओं के बीच थी।

दूसरी ओर, 67 वर्षीय एंड्रयू क्योमो थे, जो न्यूयॉर्क के तीन बार गवर्नर रह चुके हैं। यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते 2021 में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। क्योमो ने अपने अनुभव और शहर की समस्याओं को सुलझाने की अपनी क्षमता के दम पर वापसी करने की कोशिश की। उनका अभियान "मेक न्यूयॉर्क वर्क अगेन" (न्यूयॉर्क को फिर से काम पर लाओ) के नारे पर केंद्रित था।

इस चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस सिलवा भी मैदान में थे, लेकिन मुख्य मुकाबला ममदानी और क्योमो के बीच ही माना जा रहा था।

क्या कहते हैं एग्जिट पोल?

मतदान खत्म होने के बाद आए शुरुआती एग्जिट पोल में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। हालांकि, ममदानी को युवाओं और अल्पसंख्यक समुदायों का भारी समर्थन मिलता दिख रहा है, जबकि क्योमो को उम्रदराज और उदारवादी मतदाताओं का साथ मिला है। अंतिम परिणाम की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन इस रिकॉर्ड मतदान ने यह साफ कर दिया है कि न्यूयॉर्क की जनता अपने भविष्य को लेकर कितनी जागरूक है और बदलाव चाहती है।

इस चुनाव के नतीजे न केवल न्यूयॉर्क शहर की भविष्य की दिशा तय करेंगे, बल्कि इसका असर राष्ट्रीय राजनीति पर भी देखने को मिल सकता है।