नई दिल्ली॥ निर्भया कांड के सभी गुनहगारों को अगामी 3 मार्च को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी। लेकिन, इस फांसी से बचने के लिए सभी अपराधी तरह-तरह के हथकन्डे अपना रहे हैं। इसी बीच अपराधी विनय शर्मा की याचिका पर शनिवार को अदालत में सुनवाई होगी। इस दौरान तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से CCTV फुटेज पेश किया गया, जिसमें अपराधी विनय पूरी तरह बेनकाब हो गया है।
दरअसल, अपराधी विनय ने याचिका में बताया था कि वह मानसिक रूप से बीमार है और उनसे अदालत से उपचार कराने की मांग की थी। सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल प्रशासन ने कहा कि विनय कोई ऐसी बीमारी नहीं है। प्रशासन ने CCTV तस्वीर पेश करते हुए कहा कि विनय ने खुद दीवार पर अपना सिर मारा था।
अभी हाल में उसने 2 बार अपनी मां से मोबाइल पर बात की है तो ऐसे में उसके वकील कैसे कह सकते हैं कि विनय लोगों की पहचान भूल रहा है? जहां तक विनय को चोट लगने की बात है तो उसने खुद अपना सिर फोड़ा है। दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अतिरिक्त सत्र जज धर्मेंद्र राणा ने विनय की अर्जी पर फैसला सुरक्षित रख लिया है।
सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के एडवोकेट इरफान अहमद ने विनय के वकील एपी सिंह के इस दावे पर भी सवाल उठाए कि वह अपनी मां को नहीं पहचान पा रहा है और मानसिक रूप से बीमार हो गया है। इरफान ने तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाए गए सबूतों के आधार पर बताया कि विनय ने हाल ही में अपनी मां को दो कॉल किए थे, जबकि वकील से भी फोन के जरिए ही बातचीत की थी।
ऐसे में विनय के वकील का ये दावा झूठा साबित हो जाता है कि वह अपनी मां को नहीं पहचान पा रहा है और मानसिक रूप से बीमार है। सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल प्रशासन ने विनय के स्वास्थ्य से जुड़ी रिपोर्ट अदालत में पेश की। इस रिपोर्ट में विनय की हालत सामान्य है। अभियोजन पक्ष के वकील इरफान अहमद ने अदालत में यह भी कहा कि अपराधी विनय कुमार शर्मा की कोई ऐसा इतिहास नहीं मिलता है, जिसके आधार पर उसे असामान्य माना जाए।